दक्षिण कोरिया के मुआन काउंटी में रविवार को हुई एक भीषण विमान दुर्घटना ने 181 यात्रियों के जीवन को खतरे में डाल दिया. इस घटना में केवल दो लोग जीवित बच पाए हैं, जबकि बाकी सभी यात्रियों की मौत की आशंका जताई जा रही है.
यह दुर्घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 9:07 बजे हुई, जब एक जेजू एयर फ्लाइट लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गई. विमान ने मुआन काउंटी के मुसान इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक दीवार से टकरा लिया. विमान बैंकॉक से लौट रहा था और इसमें 175 यात्री तथा 6 चालक दल के सदस्य सवार थे. यात्रियों में अधिकांश दक्षिण कोरियाई नागरिक थे, साथ ही दो थाई नागरिक भी मौजूद थे.
स्थानीय टीवी स्टेशनों द्वारा प्रसारित वीडियो में दिखाया गया कि विमान बिना लैंडिंग गियर के लैंड करने की कोशिश कर रहा था. विमान रनवे पर घिसटते हुए एक कंक्रीट की दीवार से टकरा गया, और इसके बाद विमान में आग लग गई. आग ने विमान को पूरी तरह से जलाकर राख कर दिया. योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार, अग्निशमन अधिकारियों का कहना है कि दो लोग जीवित बच गए, जबकि बाकी सभी यात्रियों की मौत हो गई है. फिलहाल, बचाव कार्यों का मुख्य उद्देश्य शवों को निकालना है.
अब तक अधिकारियों ने 85 मृतकों की पुष्टि की है. जीवित बचे दो लोग—एक यात्री और एक चालक दल का सदस्य—दुर्घटना के बाद तुरंत बचाए गए और उन्हें मोकपो के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है. बचाव और राहत कार्यों के लिए स्थानीय अधिकारियों ने आपातकालीन चेतावनियों को उच्चतम स्तर पर बढ़ा दिया और सभी उपलब्ध पुलिस और बचाव टीमों को दुर्घटना स्थल पर भेजा.
दक्षिण जिओला के अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सभी संभव संसाधनों को सक्रिय किया. कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और अधिकारियों को खोज एवं बचाव अभियान में हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया. उन्होंने शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और उन्हें हर संभव सरकारी सहायता देने का वादा किया.
प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि लैंडिंग गियर में खराबी, जो शायद पक्षी की टक्कर के कारण हुई हो, इस दुर्घटना का कारण बन सकती है. अधिकारियों ने दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर जांच शुरू कर दी है.
राष्ट्रपति कार्यालय ने इस त्रासदी पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई. बैठक में सरकारी अधिकारियों ने घटना के बाद की स्थिति पर चर्चा की और इसे लेकर एक रणनीति तैयार की. राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के कार्यवाहक आयुक्त-जनरल ली हो-यंग ने भी अधिकारियों को सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने का आदेश दिया और बचाव कार्यों में सहायता के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने की दिशा में निर्देश दिए.
-भारत एक्सप्रेस
दिल्ली हाई कोर्ट ने पॉक्सो मामले में आरोपी को साक्ष्य के अभाव में बरी किया.…
महाकुम्भ 2025 की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मजबूत सात…
हजारों कछुए मलेशिया के कुआलालंपुर से अवैध तरीके से भारत लाए गए थे, कस्टम डिपार्टमेंट…
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गाह…
योगी सरकार की प्रयागराज महाकुम्भ की तैयारियां अन्य प्रदेशों के लिए नजीर बन रही हैं. उज्जैन…
राष्ट्रीय राजधानी में रंगपुरी में रहने वाले स्थानीय लोगों ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के…