इटली में लाखों श्रमिकों ने प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के 2025 के बजट, महंगाई और कम मजदूरी के विरोध में आठ घंटे की हड़ताल की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इटली के दो मुख्य ट्रेड यूनियनों, ‘इटालियन जनरल कन्फेडरेशन ऑफ लेबर’ (सीजीआईएल) और ‘इटालियन लेबर यूनियन’ (UIL) की तरफ से इस हड़ताल का आयोजन किया गया था. इस हड़ताल में कई क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल थे. हालांकि इसमें ट्रेन कर्मचारी शामिल नहीं थे, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में एक अलग विरोध प्रदर्शन किया था.
‘परिवहन मंत्रालय’ के आदेश के चलते स्थानीय परिवहन, नौका और वायुमार्ग क्षेत्र के कर्मचारियों ने आठ घंटों के बजाय को चार घंटे तक काम रोका. इसके बावजूद, हड़ताल में महत्वपूर्ण भागीदारी देखी गई. आयोजकों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों के लगभग 70 प्रतिशत कर्मचारी कार्रवाई में शामिल हुए.
इटली की प्रमुख एयरलाइन, आईटीए को 18 अंतरराष्ट्रीय रूट समेत 109 उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा. सीजीआईएल के अनुसार, रोम, मिलान, ट्यूरिन, बोलोग्ना और नेपल्स सहित कम से कम 43 शहरों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन और रैलियां हुईं, जिनमें अनुमानित 5,00,000 लोग शामिल हुए. यह हड़ताल 2025 के लिए मेलोनी के मसौदा बजट कानून पर असंतोष के कारण हुई.
बजट का उद्देश्य इटली के उच्च सार्वजनिक ऋण संबंधी दीर्घकालिक समस्याओं का समाधान करना है, तथा 2026 तक देश के घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (G.D.P.) के 2.8 प्रतिशत तक कम करना है. हालांकि कर्ज और घाटे कम करने की दिशा में सरकारी कोशिशों से श्रमिकों में निराशा बढ़ रही है. वे सरकार की नीतियों से असहमत हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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