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भारतीय सेना ने ‘Make In India’ वाहनों को लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में किया शामिल

भारतीय सेना के ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत निर्मित वाहनों को लेबनान में तैनात भारतीय सेना की बटालियन ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UNIFIL) के तहत अपनी सेवा में शामिल किया है. यह कदम न केवल भारत के आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की क्षमताओं और गुणवत्ता को भी प्रदर्शित करता है.

लेबनान में भारतीय बटालियन का योगदान

भारतीय सेना की यह बटालियन यूनाइटेड नेशन्स इंटरिम फोर्स इन लेबनान (UNIFIL) के तहत तैनात है, जहां इसका मुख्य कार्य शांति स्थापना, संघर्ष प्रबंधन और मानवीय सहायता प्रदान करना है. भारतीय सैनिकों ने कई वर्षों से अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन और अनुशासन के साथ विश्व स्तर पर भारत का मान बढ़ाया है. अब, इन वाहनों के शामिल होने से उनकी कार्यक्षमता और बढ़ जाएगी.

‘Make In India’ वाहनों की खासियतें

  • ये वाहन अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा सुविधाओं से लैस हैं.
  • कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और खतरनाक इलाकों में प्रभावी संचालन के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
  • इन वाहनों में मजबूत बख्तरबंद संरचना, आधुनिक संचार प्रणाली और उच्च गतिशीलता सुनिश्चित करने वाली तकनीक शामिल है.
  • इन्हें भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और स्वदेशी उद्योगों के सहयोग से विकसित किया गया है.

भारत का बढ़ता वैश्विक प्रभाव

भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का यह उदाहरण न केवल स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देता है, बल्कि भारतीय सेना की वैश्विक भूमिका को भी रेखांकित करता है. लेबनान में तैनात इन वाहनों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों को सर्वश्रेष्ठ उपकरण और सुविधाएं मिलें.

संयुक्त राष्ट्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता

संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारत हमेशा से अग्रणी भूमिका निभाता आया है. भारतीय सेना का लेबनान मिशन इसका एक उदाहरण है, जहां सैनिक न केवल शांति स्थापना में योगदान दे रहे हैं, बल्कि मानवीय सहायता और स्थानीय समुदायों के साथ बेहतर समन्वय भी कर रहे हैं. ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत निर्मित उपकरण और वाहन भारतीय सेना की ताकत और विश्वास को बढ़ा रहे हैं.

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यह पहल न केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि भारत को वैश्विक रक्षा उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है. लेबनान में इन वाहनों के सफल उपयोग के साथ, भारत अन्य देशों को भी अपने रक्षा उत्पादों का निर्यात करने की ओर कदम बढ़ा सकता है, जो देश की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेगा.

-भारत एक्सप्रेस 

मिताली चंदोला, एडिटर, क्राइम एंड इंवेस्टिगेशन

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