Gyanvapi ASI Survey: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) लगातार सर्वे कार्य करने में जुटी है. जहां एक ओर सावन में किए जा रहे सर्वे को लेकर प्रभु भोलेनाथ की कृपा मान रहे हैं और हिंदू पक्ष जीत की आस लगाए बैठा है तो वहीं ASI ने चौथीं बार सावन के पांचवे सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का काम किया. सुबह 11 बजे ASI का सर्वे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला. तो वहीं मंगलवार को पांचवें दिन सर्वे का कार्य किया जा रहा है और वहीं सावन होने के नाते काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं, जिसको देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है और पुलिस मुस्तैद है.
बता दें कि सावन चल रहा है और इसको देखते हुए काशी विश्वनाथ में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं. तो दूसरी ओर ज्ञानवापी में सर्वे का कार्य भी चल रहा है. इसको देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद की गई है और पुलिस फोर्स ने ज्ञानवापी मस्जिद को किले में तब्दील कर दिया है. तो वहीं सर्वे को लेकर हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बयान दिया और बताया कि, “आज परिसर में 8 बजे से सर्वे का काम फिर से शुरू किया जाएगा. जिस दौरान टीम तहखाने से लेकर गुंबदों का सर्वे करेगी.”
इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया है कि, तहखाने में मलबे को हटाकर वहां की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करना संभव नहीं है. इसलिए उसे हटाकर उसका सर्वे किया जाना है. तो वहीं जानकारी सामने आ रही है कि, सर्वे के चौथे दिन एएसआई की टीम सीढ़ी लगाकर गुम्बदों के पास तक पहुंची थी और उसका मेजरमेंट किया था. मीडिया सूत्रों की मानें तो टीम ने ज्ञानवापी मस्जिद के गुंबद के अंदर और बाहर के साथ ही उसके आस-पास मिले धार्मिक आकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी कराने के साथ ही मैपिंग भी कराई है और इसी के साथ धीरे-धीरे सर्वेक्षण का कार्य आगे बढ़ रहा है.
तो वहीं हिंदू पक्ष की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विष्णु शंकर जैन ने सर्वेक्षण को लेकर मीडिया को जानकारी दी और इसके बारे में बताया कि, ‘आर्कियलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की टीम की ओर से किया जा सर्वे एक प्रकार का वैज्ञानिक सर्वेक्षण है और यह अधिवक्ता आयोग के सर्वेक्षण से पूरी तरह अलग होता है.’ इसके बाद उन्होंने आगे जानकारी दी और कहा कि, “यहां यह सोचना गलत है कि हर दिन हमें कुछ नया मिलेगा.” इसी के साथ वह आगे बोले कि, “ऐसा इसलिए क्योंकि ज्ञानवापी परिसर में सर्वे कर रही टीम इसकी संरचना और वास्तुकला का विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन कर रही है.” इसी के साथ उन्होंने आगे सर्वेक्षण को लेकर आगे जानकारी दी कि, “एएसआई की टीम के सर्वे के बाद उनकी रिपोर्ट में ही हमें निष्कर्ष के बारे में पता चल पाएगा.”
-भारत एक्सप्रेस
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