विकास कपिल
Saharanpur: सम्राट मिहिर भोज को लेकर सोमवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दिनभर गुर्जर समाज और ठाकुर समाज के बीच जमकर टकराव चला. लोगों को काबू करने के लिए जिला प्रशासन को भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा. यहां तक कि सहारनपुर के कई ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सेवा भी पुलिस-प्रशासन को बंद करानी पड़ी. गुर्जर यात्रा हो या फिर राजपूत समाज द्वारा निकाली गई दूसरी यात्रा… दोनों यात्राओं में तमाम राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल रहते हैं.
गुर्जर समाज सम्राट मिहिर भोज को अपने पूर्वज बताते हैं तो वही राजपूत समाज के लोग गुर्जर समाज को इतिहास चोर बताते हुए सम्राट मिहिर भोज को अपना पूर्वज बता रहे हैं. सम्राट मिहिर भोज के लिए गुर्जर समाज ने सहारनपुर में आज एक गुर्जर गौरव यात्रा का आह्वान किया था. इस यात्रा के लिए सहारनपुर ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से लोगों को आने का न्योता भी दिया जा रहा था.
सोशल मीडिया पर यात्रा के लिए तमाम तरह की पोस्ट भी शेयर किए जा रहे थे. वहीं सम्राट मिहिर भोज को लेकर राजपूत समाज के लोगों पर भी लगातार कटाक्ष कर रहे थे. सहारनपुर प्रशासन को जब इस बात की भनक लगी तो प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देते हुए गुर्जर समाज द्वारा गुर्जर गौरव यात्रा की परमिशन को निरस्त कर दिया. परमिशन निरस्त करते हुए प्रशासन ने लेटर जारी किया.
सहारनपुर में इस यात्रा से दोनों समुदाय के बीच में बड़ा बवाल हो सकता है. इसका तर्क देते हुए प्रशासन ने यात्रा की परमिशन निरस्त कर दिया था. प्रशासन ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की थी जिसके तहत उत्तर प्रदेश के अंदर किसी भी नई परंपरा को शुरू नहीं होने दिया जाएगा लेकिन गुर्जर समाज के लोग यात्रा निकालने पर अड़ गए. प्रशासन के अधिकारी लगातार यात्रा वाले मार्ग पर गश्त कर रहे थे. लेकिन पुलिस की सभी तैयारियां और निवेदन सोमवार को धरे के धरे रह गए. हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर गुर्जर यात्रा शुरू कर दी और प्रशासन की लगाई बैरिकेडिंग को तोड़ डाला.
वहीं गुर्जर यात्रा निकलने की भनक जैसे ही राजपूत समाज के लोगों को हुई, तो राजपूत समाज के लोग मल्हीपुर में जमा हो गए और वहां से एक बड़ा जुलूस निकालते हुए शहर की तरफ कूच कर गए. यहां पर भी राजपूत समाज के लोगों ने गुर्जर समाज के लोगों को इतिहास चोर बताने के नारे लगाए और जगह-जगह जाम लगा दिया. साथ ही पुलिस की बेरीकेड भी तोड़ डाली. सहारनपुर से लेकर नकुड़ तक चल रहे इस बवाल में प्रशासन के अधिकारियों के पसीने छूट गए. पुलिस लगातार भीड़ को कंट्रोल करने में लगी रही, लेकिन भारी भीड़ के आगे कुछ नहीं कर सकी.
इस मामले में सहारनपुर के डीएम डॉ दिनेश चंद्र का कहना है कि पूर्व में ही दोनों समाज के लोगों के बीच में टकराव की आशंका थी. इसी के चलते गुर्जर यात्रा की परमिशन निरस्त कर दी गई थी, लेकिन उसके बावजूद भी लोगों ने यात्रा निकाली. लोगों को भड़काने और यात्रा निकालने वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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