मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है. प्रत्याशियों के नामों को लेकर भोपाल से दिल्ली तक मंथन हो रहा है. पहली लिस्ट जारी करने से पहले मंगलवार (3 अक्टबूर) को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई. जिसमें फैसला लिया गया कि चुनाव में सभी वरिष्ठ नेताओं को भी टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. जिसमें कलमनाथ का नाम भी शामिल है. कमलनाथ कहां से चुनाव लड़ेंगे, इसका फैसला अभी तक नहीं हुआ है. कयास लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ छिंदवाड़ा की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
स्क्रीनिंग कमेटी में जिन नामों पर निर्णय लिया गया है, उनमें अरुण यादव और सुरेश पचौरी डॉ. गोविंद सिंह, कमलेश्वर पटेल समेत राज्य के सभी सीनियर नेता विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. 2018 में अरुण यादव बुधनी सीट से चुनाव लड़े थे. जहां शिवराज सिंह ने उन्हें हराया था. वहीं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा.
स्क्रीनिंग कमेटी में पहली लिस्ट पर सहमति बन गई है. जिसको लेकर कहा जा रहा है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लिस्ट को मंजूरी मिलने के बाद जारी किया जाएगा. फिलहाल उम्मीदवारों की लिस्ट कब तक जारी होगी, इसके बारे में नहीं बताया गया है. बैठक में 30 मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की बात भी सामने आ रही है. जिसपर स्क्रीनिंग कमेटी ने सहमति दी है.
बता दें कि बीजेपी उम्मीदवारों की 3 लिस्ट जारी कर चुकी है. जिसमें कई दिग्गज नेताओं को उतारा गया है. 3 केंद्रीय मंत्री समेत कुल 7 सांसदों को विधानसभा का टिकट दिया गया है. अभी तक 79 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा चुकी है. मध्य प्रदेश में अगले महीने नवंबर-दिसंबर में चुनाव होंगे. इससे पहले 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी, लेकिन 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते सरकार गिर गई थी. जिसके बाद बीजेपी ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने थे.
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