स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) के शीर्ष अधिकारी डॉ. अतुल गोयल ने लोगों से चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रसार को लेकर घबराने की जरूरत नहीं बताई है. उन्होंने सभी श्वसन संक्रमणों के प्रति सामान्य सावधानी बरतने का सुझाव दिया.
डॉ. गोयल ने कहा, “वर्तमान स्थिति को लेकर चिंतित होने की कोई बात नहीं है.” डॉक्टरों ने कहा कि HMPV ( Human Metapneumovirus) के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार नहीं है, इसलिए इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए रोकथाम ही मुख्य है.
उन्होंने ने मीडिया से कहा, “चीन में मेटान्यूमोवायरस के प्रकोप के बारे में खबरें चल रही हैं. मैं इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट होना चाहता हूं. मेटान्यूमोवायरस किसी भी अन्य श्वसन वायरस की तरह है जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है और बहुत बूढ़े और बहुत छोटे बच्चों में यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है.”
डॉ. गोयल कहा, “हमने देश के भीतर श्वसन प्रकोपों के डेटा का विश्लेषण किया है. दिसंबर 2024 के डेटा में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है और हमारे किसी भी संस्थान से बड़ी संख्या में कोई मामले सामने नहीं आए हैं.” डॉ. गोयल ने कहा कि सर्दियों में श्वसन वायरस संक्रमण का प्रकोप वैसे भी बढ़ जाता है, जिसके लिए अस्पताल आमतौर पर आपूर्ति और बिस्तरों के साथ तैयार रहते हैं.
उन्होंने कहा, “मैं लोगों से कहुंगा कि वे सामान्य सावधानियां बरतें जो हम सभी श्वसन संक्रमणों के खिलाफ अपनाते हैं, यानी अगर किसी को खांसी और जुकाम है, तो उसे बहुत से लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए ताकि संक्रमण न फैले.”
उन्होंने कहा, “खांसने और छींकने के लिए अलग रूमाल या तौलिया का इस्तेमाल करें और जब भी सर्दी या बुखार हो, तो सामान्य दवाएं लें, अन्यथा मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित होने की कोई बात नहीं है.”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) भी श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है.
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-भारत एक्सप्रेस
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