भारत में क्रिकेट को खेला नहीं बल्कि जिया जाता है. क्रिकेट के प्रति भारत की दीवानगी सर चढ़कर बोलती है. टीम इंडिया के किसी भी खिलाड़ी को कोई कुछ गलत बोल दे और भारतीय प्रशंसक उसकी क्लास ना ले यह कैसे हो सकता है. इस बार नंबर था पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज औऱ मैच फिक्सिंग के आरोपी मोहम्मद आसिफ का. आसिफ ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार खिलाड़ी दीप्ती शर्मा को ऐसा कुछ बोल दिया जिसके बाद आसिफ को भारतीय प्रशंसक ने उनकी काली क्रिकेट हिस्ट्री याद दिला दी और जमकर ट्रोल किया.
दरअसल भारतीय महिला टीम औऱ इंग्लैड टीम के बीच हाल ही में 3 वनडे मैचों की सीरीज खेली गई, जिसमें भारत ने शानदार जीत दर्ज की है. इस सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच के दौरान लॉर्ड्स में मैदान पर इंग्लैंड के चार्लोट डीन को ‘मांकडिंग’ करने के बाद दीप्ति की काफी आलोचना हुई है. हालांकि, उन्हें इस चीज के लिए समर्थन भी मिला है. इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने भी इसे सही ठहराया है.
इसी मामले पर पाकिस्तान के पू्र्व खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर दीप्ति को चीटर कह दिया. आसिफ ने दीप्ति और डीन की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा “हम स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि गेंद फेंकने का कोई इरादा नहीं था, वह नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को चीट करने के लिए उसकी ओर देख रही है. यह अनुचित और खेल भावना के विपरीत है.”
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ के दीप्ति शर्मा को चीटर कहे जाने वाले टवी्ट पर भारतीय फैंस उनपर भड़क उठे. भारतीय प्रशंसक ने उन्हे स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात याद दिला दी. जिसके लिए आसिफ के ऊपर आईसीसी ने इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का प्रतिबंध लगा दिया था. बता दें साल 2010 में लॉर्ड्स के ही मैदान पर इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को दोषी पाए जाने पर उनपर इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का बैन लगा दिया था.
-भारत एक्सप्रेस
Lok Sabha Elections: पीएम नरेन्द्र मोदी ने कंधमाल की चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक…
दिल्ली हाईकोर्ट ने यह टिप्पणी करते हुए बलात्कार के एक आरोपी को जमानत पर रिहा…
दिल्ली हाईकोर्ट ने शस्त्र अधिनियम, 1959 के तहत एक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को…
इससे पहले राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को धीरज वधावन की जमानत याचिका को सुनवाई…
दिल्ली हाईकोर्ट ने विशेष परिस्थिति में अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए एक जनहित याचिका…
सुप्रीम कोर्ट कहा है कि अदालतों को मुकदमे में निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए और गवाहों…