Delhi Yamuna Flood
दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ने लगा है. जिससे दोबारा राजधानी में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. यमुना में हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. जिसे देखते हुए रेलवे ने यमुना पर बने पुराना लोहा पुल पर रेल यातायात के आवागमन पर रोक लगा दी है. इसके अलावा दिल्ली के सभी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने का खतरा भी पैदा हो गया है.
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार
केंद्रीय जल आयोग की तरफ से सोमवार को जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, सुबह 3 बजे के बाद से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. यमुना का जलस्तर 206.57 पहुंच गया है. जो इससे पहले रात को 10 बजे जलस्तर 206.44 दर्ज किया गया था. पिछली बार आई बाढ़ से तीन वॉटर प्लांट में पानी भर जाने से बंद कर दिया गया था. जिससे दिल्ली वालों को पानी के लिए तरसना पड़ा था. अब फिर से वही हालात बन रहे हैं. वहीं मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि 29 जुलाई तक दिल्ली में बादल छाए रहने के अलावा बारिश होने की संभावना है.
हिंडन नदी का पानी कई गांवों में घुसा
माना जा रहा है कि इस बार बाढ़ आने से खतरा ज्यादा है, क्योंकि गाजियाबाद में हिंडन नदी में भी जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है. जिससे कई इलाकों में पहले ही पानी भर गया है. कई गांवों में रहने वाले लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है.
वहीं दिल्ली में प्रेमनगर में एक बच्चे की घर के सामने भरे पानी में डूबने से मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल की तरफ से शनिवार की रात सूचना दी गई थी. जिसपर बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल की सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
-भारत एक्सप्रेस
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