प्रियंका चोपड़ा ने आंगनबाड़ी केंद्रों का किया दौरा
यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर व अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा इन दिनों लखनऊ के दौरे पर हैं. वह मंगलवार यानि कि आज लोकबंधु अस्पताल पहुंचीं. इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने बच्चों से मुलाकात भी की. साथ ही महिला कॉलटेकर्स के साथ भी समय गुजारा.
सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों का भीड़ उमड़ पड़ा. अपने दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन प्रियंका चोपड़ा ने औरंगाबाद के बेसिक स्कूलों का दौरा किया, उन्होंने बच्चों के बीच जमीन पर बैठकर नुक्कड़ नाटक ‘चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो’ देखा. इसमें नाटक के जरिए बच्चों ने छेड़छाड़, महिला उत्पीड़न, सामाजिक हिंसा आदि के खिलाफ आवाज बुलंद करने का संदेश दिया.
इस दौरान प्रियंका ने बच्चों से आईबीटी यानी इंट्रोडक्शन टू बेसिक टेक्नोलॉजी के तहत नवाचारों के बारे में सवाल पूछा. छात्रा ममता ने दृष्टिहीनों के लिए तैयार किए गए खास जूतों के बारे में बताया, जिसे प्रियंका ने सराहा. बच्चों ने ब्लड ग्रुप की जांच प्रक्रिया के साथ ही साथ साधारण तरीके से पानी साफ करने का भी डेमो दिया. इस पर प्रियंका ने कहा, मुझे खुशी है कि तकनीक दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रही है. आज लड़के किचन का काम देख रहे हैं तो लड़कियां तकनीकी रूप से एक्सपर्ट बन रही हैं.
चिनहट के उत्तरधौना जूनियर हाईस्कूल पहुंचीं प्रियंका चोपड़ा ने बाल विवाह व बाल मजदूरी रुकवाने वाले किशोरी समूहों से भी मुलाकात की. इसमें शक्ति किशोरी समूह, दिव्या ज्ञान किशोरी समूह संग मीना मंच की कुल 15 किशोरियां शामिल थी. एक स्टॉल पर किशोरी समूहों संग विद्याज्ञान की बच्चियों ने बाल श्रम संग बाल विवाह रुकवाने से जुड़ी जानकारी दी. दूसरे स्टॉल पर बाल सेवा योजना के लाभार्थियों व तीसरे स्टॉल पर स्मार्ट युवा कॉलेज के बच्चे मौजूद थे. नई पहल कार्यक्रम के बृजेश ने बताया कि प्रियंका चोपड़ा के साथ आए यूनिसेफ अधिकारियों के सामने चिनहट बालिका पूर्व माध्यमिक स्कूल की बालिकाओं ने स्कूल के जर्जर भवन का भी मुद्दा उठाया.
–भारत एक्सप्रेस
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