रक्षा बजट 2024.
Defence Budget 2024: रक्षा विभाग के लिए भी इस बार का आम बजट खास है. इस बार के आम बजट में 3.4 फीसदी इजाफा डिफेंस में हुआ है. बता दें कि 6.2 लाख करोड़ रुपये की घोषणा आम बजट में की गई है. बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में डीप-टेक लाई जाएगी. जिससे देश आत्मनिर्भर बनेगा. ऐसे में हर कोई यह जानना चाहेगा कि आखिर डीप टेक्नोलॉजी क्या है और इससे देश दी ताकत कितनी बढ़ेगी? आइए जानते हैं.
क्या है डीप-टेक?
बजट भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार नई डीप टेक्नोलॉजी लेकर आएगी. जिससे आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि रक्षा विभाग में अब निजी कंपनियों को मौका मिलेगा. बता दें कि डीप टेक्नोलॉजी में क्वांटम कंप्यूटिंग, एडवांस्ड कंप्यूटिंग, एयरोस्पेस, AI रोबोटिक्स, एडवांस्ड मटेरियल टेक्नोलॉजी शामिल हैं.
रक्षा बजट में 3.4 फीसदी का इजाफा
रक्षा मंत्रालय के अधीन इस वक्त 51.37 लाख जवान हैं. निर्मला सीतारमण ने आज जो आम बजट पेश की हैं, उसमें रक्षा मंत्रालय को 6.20 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं. वित्त वर्ष 2023-24 में रक्षा मंत्रालय का बजट 6.02 लाख करोड़ था, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 13 फीसदी अधिक था. हालांकि इस बार के रक्षा बजट में खास बढ़ोतरी नहीं हुई है. कुल मिलाकर रक्षा बजट में 3.4 फीसदी का इजाफा किया गया है.
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10 सालों में कितना मजबूत हुआ रक्षा विभाग?
रक्षा के मामले में भारत इस वक्त ग्लोबल फायर पावर मिलिट्री रैंकिंग 2024 में चौथे स्थान पर है. यानी भारत इस वक्त मिलिट्री पावर के मामले में दुनिया में चौथे स्थान पर है. भारत, इंगलैंड और जापान जैसे विकसित देशों से इस मामले में आगे है. लेकिन, चीन इस मामले में भारत से थोड़ा आगे है. जानकारी रहे कि मिलिट्री ताकत के मामले में चीन, दुनिया में तीसरे स्थान पर है. पिछले 10 सालों में भारत रक्षा में अपनी धाग जमा लिया है.
6.2 लाख करोड़ रुपये कहां होगें खर्च?
देश में इस वक्त 2210 एयरक्राफ्ट्स और 4614 टैंक्स हैं. जबकि, नौसेना के पास जहाजों की संख्या 295 है. इस बार के आम बजट का फोकस आधुनिक डिजिटल और स्वदेशीकरण पर है. ऐसे में इन सब पर पैसे खर्च किए जाएंगे. साथ ही सैलरी, पेशन, रणनीति के कार्यों में, सेना को अपग्रेड करने में, रिसर्च और डेवलपमेंट में रुपये खर्च किए जाएंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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