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“पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी करुणा और बुद्धिमत्ता”, स्वामी स्मरणानंद के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि “रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के श्रद्धेय अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंद जी महाराज ने अपना जीवन आध्यात्मिकता और सेवा के लिए समर्पित कर दिया.

Swami Smarananand

स्वामी स्मरणानंद महाराज के निधन पर पीएम ने जताया शोक

रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद का मंगलवार (26 मार्च) की रात निधन हो गया. मिशन की ओर से जारी किए गए एक बयान में बताया गया कि ‘रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के परम पूज्य अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंदजी महाराज ने आज रात 8.14 बजे महासमाधि ले ली.’ स्वामी स्मरणानंद महाराज के निधन पर पीएम मोदी समेत देश की तमाम हस्तियों ने शोक व्यक्त किया.

पीएम मोदी ने व्यक्त किया शोक

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि “रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के श्रद्धेय अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंद जी महाराज ने अपना जीवन आध्यात्मिकता और सेवा के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने अनगिनत दिलों और दिमागों पर एक अमिट छाप छोड़ी. उनकी करुणा और बुद्धिमत्ता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.

पीएम मोदी ने इसी पोस्ट में आगे लिखा है कि “वर्षों से मेरा उनसे बहुत घनिष्ठ संबंध रहा है. मुझे 2020 में बेलूर मठ की अपनी यात्रा याद है, जब मैंने उनसे बातचीत की थी. कुछ हफ्ते पहले कोलकाता में भी मैंने अस्पताल जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी. मेरी संवेदनाएं बेलूर मठ के अनगिनत भक्तों के साथ हैं. शांति.”

मिशन के 16वें अध्यक्ष थे स्वामी स्मरणानंद महाराज

स्वामी स्मरणानंद रामकृष्ण मठ और मिशन के 16वें अध्यक्ष थे. स्मरणानंद महाराज ने स्वामी आत्मस्थानंद के निधन के बाद 17 जुलाई 2017 को अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था. स्वामी स्मरणानंद का जन्म 1929 में तमिलनाडु के तंजावुर के अंदामी गांव में हुआ था. रामकृष्ण संप्रदाय के साथ उनका पहला संपर्क 20 साल की उम्र में हुआ था. उन्होंने 22 साल की उम्र में मठवासी का जीवन अपना लिया था.

-भारत एक्सप्रेस



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