सांकेतिक तस्वीर.
केंद्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई ) ने आज गुरुवार को 18 जून को आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा से संबंधित कथित अनियमितताओं को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है. सीबीआई ने बताया कि शिक्षा विभाग के सचिव से प्राप्त शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 120 बी और 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को 19.06.2024 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से इनपुट मिले थे कि 18 जून को देश के विभिन्न शहरों में दो पालियों में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी नेट -2024 परीक्षा की अखंडता से समझौता किया गया हो सकता है.
शिक्षा मंत्रालय ने रद्द की परीक्षा
परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और पवित्रता के उच्चतम स्तर को सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए. वहीं अब इसके लिए फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए जानकारी अलग से साझा की जाएगी. यूजीसी के चेयरमैन ममीडाला जगदीश कुमार ने बताया कि देश भर के 317 शहरों में आयोजित इस परीक्षा में 11.21 लाख से अधिक पंजीकृत उम्मीदवारों में से 81 प्रतिशत ने भाग लिया.
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यूजीसी-नेट भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ‘सहायक प्रोफेसर’ के साथ-साथ ‘जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर’ के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक परीक्षा है. यूजीसी-नेट का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा कंप्यूटर-आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में किया जाता है.
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