सोल्जराथन विजय रन में भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन उपेंद्र राय
(मेजर सुरेंद्र पूनिया)
1971 में भारत की तीनों सेनाओं- आर्मी, एयरफोर्स, नेवी ने पाकिस्तान को युद्ध में करारी शिकस्त दी और इसके साथ ही विश्व पटल पर एक नए देश बांग्लादेश का उदय हुआ. 13 दिन तक चले इस युद्ध में 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया. यह दुनिया का सबसे बड़ा सरेंडर और अब तक की किसी भी देश की ये सबसे बड़ी हार है.
यह सब भारत के वीर जवानों के अदम्य साहस और शौर्य और उनके बलिदान के कारण ही संभव हो पाया. हमारे कई जवानों ने कुर्बानी दी, कई जवान शहीद हो गए, कई जख्मी हुए, कई के हाथ-पैर कट गए. उनमें से कइयों के शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया. पुणे में एक पैराप्लेजिक रिहैबिलिटेशन सेंटर पीआरसी है, जहां इन जवानों का इलाज किया जाता है. फिटिस्तान-एक फिट भारत के नेतृत्व में रिहैब सेंटर का संचालन होता है और हमने जो भी सरप्लस फंड इकट्ठा किया है वह सब उस संस्था को चला गया है.
सोलजराथन विजय रन नाम का हमारा यह कार्यक्रम 16 दिसंबर को आयोजित किया जाता है, लेकिन 18 दिसंबर रविवार का दिन होने के कारण इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें 176 जगहों पर एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. रन, वॉक, साइकिलिंग और मैराथन के जरिए सैनिकों के सम्मान में एक दिन में सबसे ज्यादा संख्या में लोगों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर एक कीर्तिमान बनाया है.
हमने पुणे रिहैब सेंटर को 25 लाख रुपये और भारतीय वायु सेना के सेंट्रल वेल्फेयर ऑर्गेनाइजेशन को 8 लाख रुपये डोनेट किए हैं. इस विजय रन में आर्मी, एयरफोर्स, नेवी और एनसीसी की कई बटालियनों ने हिस्सा लिया.
At Hakimpet Airbase during Solierathon Vijay Run. @MajorPoonia pic.twitter.com/tPxIqgVmrn
— Upendrra Rai (@UpendrraRai) December 18, 2022
इस सोल्जराथन 2022 का सबसे बड़ा आयोजन हकीमपेट एयरफोर्स स्टेशन पर हुआ, जहां करीब पांच हजार जवानों और बच्चों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में एयर कमांडर मनीष सब्बरवाल, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, जनरल सिदाना, गेल इंडिया के सीएमडी संदीप गुप्ता, भारत एक्सप्रेस के संस्थापक उपेंद्र राय, राजन टंडन (रीजनल हेड एचटी पारेख फाउंडेशन) और आर्ट ऑफ लिविंग के भास्कर भी शामिल हुए. सोल्जराथन रेस के बाद वायुसेना की गैलेक्सी स्काई डाइविंग टीम ने भी स्काईडाइविंग की.
सोल्जराथन और फिटिस्तान के संस्थापक मेजर सुरेंद्र पूनिया, फिटिस्तान की संस्थापक शिल्पा भगत के साथ फिट भारत के उनके सपने को साकार करने के उद्देश्य के साथ आए. यह अपने आप में फिट रहने की दिशा में देश में एक क्रांति की शुरुआत है.
इस सफलता का श्रेय ‘फिटस्तान-एक फिट भारत’ के सभी नेतृत्वकर्ताओं को जाता है जिन्होंने हमारे देश की फिटनेस ट्रैजेक्टरी को बदलने का बीड़ा अपने कंधो पर उठाया है और घायल जवानों की सेवा और सम्मान में हमेशा खड़े रहते हैं.
अगले साल और बड़े स्तर पर होगा आयोजन
सोल्जराथन और फिटिस्तान के संस्थापक मेजर सुरेंद्र पुनिया ने कहा कि अगले साल यह विजय रन और भी बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा. हम इसे बड़ा विस्तार देंगे. इस बार 176 जगहों पर जो आयोजन हो चुका है, हमारा प्रयास रहेगा कि अगले साल 300 से 400 शहरों में इस कार्यक्रम का आयोजन कर देश को स्वस्थ और मजबूत बनाने में अपना योगदान दें और अपने शहीद परिवारों और घायल जवानों की मदद करें.