केरल के वायनाड जिले में आए विनाशकारी भूस्खलन का दृश्य. (फोटो: IANS)
केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद गुरुवार (1 अगस्त) सुबह तक मरने वालों की संख्या 276 हो गई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पुष्टि की है कि 240 लोग लापता हैं, जबकि प्रभावित इलाकों से 1,500 से ज़्यादा लोगों को बचाया गया है. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल कन्नूर एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं. वे प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए राहत शिविरों और मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे.
Maj Gen VT Mathew, AVSM, YSM, General Officer Commanding Karnataka and Kerala Sub Area reached #Meppadi Village in #Wayanad District and took charge of Rescue Operations. He briefed Shri Arif Mohammed Khan, Honourable Governor of #Kerala and other civil… pic.twitter.com/034VsgWeGg
— Southern Command INDIAN ARMY (@IaSouthern) July 31, 2024
खोज और बचाव अभियान जारी
मुख्यमंत्री विजयन की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक जिले में होगी, क्योंकि खोज और बचाव अभियान जारी है, जिसमें विभिन्न एजेंसियां और सशस्त्र बल शामिल हैं. सेना ने बचाव प्रयासों में तेजी लाने के लिए मुंडक्कई में एक बेली ब्रिज का निर्माण किया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वायनाड में 45 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जो 3,000 से अधिक विस्थापित व्यक्तियों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘हमें अभी भी कुछ लोगों को बचाने की उम्मीद पर ध्यान केंद्रित करना होगा. दो गांव नक्शे से गायब हो गए हैं, यह बहुत गंभीर संकट है. इसलिए हमें प्राथमिकता के आधार पर देखना चाहिए कि आप किसे बचा सकते हैं. फिर आप राजनीति कर सकते हैं. गृह मंत्री ने कहा है कि चेतावनी दी गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा है कि चेतावनी पर्याप्त गंभीर नहीं थी, यह एक ग्रीन या ऑरेंज अलर्ट था, न कि रेड अलर्ट. इन सभी पर बाद में बहस की जा सकती है.’
‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित हो
थरूर ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से वायनाड भूस्खलन को एमपीएलएडी दिशानिर्देशों के तहत ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित करने का अनुरोध किया है.
सोशल साइट एक्स पर तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने केंद्रीय गृह मंत्री को लिखे अपने पत्र की एक प्रति साझा की, जिसमें उन्होंने अपने अनुरोध पर तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया. अगर अनुरोध को मंजूरी मिल जाती है, तो संसद सदस्यों को वायनाड के प्रभावित जिलों और क्षेत्रों के लिए अपने एमपीएलएडी फंड से 1 करोड़ रुपये तक के कार्यों की सिफारिश करने की अनुमति मिल जाएगी, जो दो बड़े भूस्खलनों से प्रभावित हुआ था.
My letter to @AmitShah ji yesterday, seeking the declaration of the #WayanadLandslides as a “calamity of severe nature” under the MPLADS guidelines, in order to facilitate urgent assistance from MPs to the affected areas. @Rao_InderjitS pic.twitter.com/1T4gXWbQB5
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 1, 2024
बीते 30 जुलाई की रात को केरल के वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन की एक श्रृंखला ने तबाही मचाई, जिसमें तत्काल 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अब भी अनगिनत लोग मलबे के नीचे दबे हुए लापता हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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