C Section Delivery
C Section Delivery: एक औरत के लिए बच्चे को जन्म देना जितना सुखद अहसास है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी. महिलाएं चाहती हैं कि वह बच्चे को नॉर्मल तरीके से जन्म दें, ताकि अपना और अपने बच्चे का ध्यान रखने के साथ वह अपनी जल्दी रिकवरी के लिए पूरक पोषण आहार ले सकें. लेकिन कुछ कारणों से सी सेक्शन मजबूरी बन जाता है. कई भ्रम है कि सी सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाएं पूरक पोषण आहार नहीं ले पाती. बता दें कि वर्तमान समय में ज्यादा महिलाएं सी सेक्शन से ही बच्चों को जन्म देती हैं इसके पीछे तेजी से बदलता लाइफ स्टाइल भी जिम्मेदार है. सी सेक्शन के बाद महिलाएं क्या खाएं और क्या ना खाएं इसको लेकर बहुत सारे भ्रम है. डॉक्टरों से जानें इन सवालों के जवाब…
जानें क्या कहते हैं डॉक्टर्स (C Section Delivery)
सी सेक्शन डिलीवरी के बाद डाइट के बारे में बात करते हुए डॉक्टर ने कहा, ‘आपका आहार आपकी क्षमता के स्तर पर निर्भर करता है. आप कितने एक्टिव हैं, यह डाइट चुनने में काफी मदद करता है. डिलीवरी के पहले हफ्ते में महिलाओं की मूवमेंट न के बराबर होती है ऐसे में उनको लिक्विड डाइट पर ही रखना चाहिए. ऐसे में आप उन्हें पतली खिचड़ी, दलिया और दाल दे सकते हैं. इसमें दूध के साथ एक कटोरी पंजीरी भी ली जा सकती है। इसके अलावा गोंद का लड्डू (कम मात्रा में) भी खा सकते हैं.
नॉर्मल और सी सेक्शन डिलीवरी
डॉक्टर ने बताया, ‘चाहे नॉर्मल डिलीवरी हो या सी सेक्शन महिलाएं दोनों ही सूरतों में कमजोरी महसूस करती हैं. मगर सी सेक्शन वाली महिलाओं को ऐसे में ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. सर्जरी की वजह से वह ज्यादा कमजोरी महसूस करती हैं, वह ज्यादा चल-फिर नहीं पाती, पेट की मसल्स की कमजोरी का सारा दबाव उनकी पीठ की मांसपेशियों पर पड़ता है, जिसकी वजह से उन्हें कमर में दर्द की समस्या बनी रहती है.’
पोस्ट डिलीवरी इन्फेक्शन (C Section Delivery)
डॉक्टर्स इसे जच्चा बच्चा दोनों के लिए जरूरी मानते हैं. सी सेक्शन की वजह से दिक्कतें पैदा होती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, सर्जरी महिलाओं का मेटाबॉलिज्म बिगाड़ कर रख देती है. ऐसे में पूर्ण पोषण आहार महिलाओं की जल्दी रिकवरी करने में मदद करता है. पोस्ट डिलीवरी इन्फेक्शन से बचने के लिए भी एक बेहतर डाइट बहुत अच्छा काम करती है. एक बेहतर आहार महिलाओं को एनर्जी तो देता ही है साथ ही उन्हें जल्दी रिकवरी करने में भी मदद करता है, जिससे महिलाएं अपना और अपने बच्चे पर अच्छे से ध्यान दे सकती हैं.’
यह भी पढ़ें : क्या खाना बनाने के लिए देसी घी का इस्तेमाल करना सही है या नहीं? यहां जानें एक्सपर्ट की राय
स्तनपान कराने वाली महिलाओं बारे में बात करते हुए डॉक्टर ने कहा, ‘बेहतर डाइट माताओं को स्तनपान कराने में भी मदद करती है जिससे बच्चे को पूर्ण पोषण मिलता है, ऐसे में फाइबर और प्रोटीन आधारित डाइट आपको कब्ज से भी राहत देती है. इस समय कब्ज होना आम बात है अगर इसे खत्म नहीं किया जाए तो यह डिलीवरी के बाद वजन बढ़ा सकती है.’ डॉक्टर ने आगे बताया, ‘डिलीवरी के बाद 40 दिन काफी महत्वपूर्ण होते हैं अगर ऐसे में आप वह चीजें लेते हैं जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचाती है, तो इससे आपकी रिकवरी देरी से होगी.’
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.