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इस राज्‍य में अब हिंदी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाई, सीएम बोले- इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी ऐसे ही कराने पर विचार

छत्तीसगढ़ में अब हिंदी में भी मेडिकल की पढ़ाई होगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारे यहां ऐसा समय भी जल्‍द आएगा, जब डॉक्टर हिंदी में पर्चे लिखने लगेंगे. जब हम हिंदी को इतना महत्व दे रहे हैं तो डॉक्टरों को हिंदी में पर्चे लिखना ही चाहिए.

MBBS Course in Hindi

एबीबीएस के स्टूडेंट्स।

Chhattisgarh News: आज राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी कराने का ऐलान किया. साथ ही उन्होंने इंजीनियरिंग समेत अन्य विषयों की पढ़ाई हिंदी में कराने पर जल्द विचार करने की बात कही.

सीएम साय ने रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा, “आज हमारी सरकार एक बड़ा फैसला ले रही है. हिंदी दिवस मनाने की सार्थकता तभी होगी जब हम शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करेंगे, हिंदी में कामकाज करेंगे. हमारी सरकार ने एमबीबीएस की पढ़ाई की व्यवस्था हिंदी में करने का निर्णय किया है.”

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

इंजीनियरिंग समेत कई अन्य विषयों पर भी विचार होगा- सीएम

पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “अभी सिर्फ मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में किया है. आगे इंजीनियरिंग समेत कई अन्य विषयों पर भी विचार किया जाएगा.”

साथ ही उन्होंने पीएम श्री योजना और अन्य केंद्रीय योजनाओं के लिए राज्य को पैसा नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि पीएम श्री योजना में राज्य के 211 स्कूल सम्मिलित हुए हैं. इन स्कूलों में प्राइमरी और सेकेंडरी हाई स्कूल भी शामिल हैं. पैसे कुछ समय में आ जाएंगे.

हमारे यहां डॉक्टर हिंदी में पर्चे लिखने लगेंगे- विष्णुदेव साय

हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के बाद डॉक्टरों द्वारा मरीजों को हिंदी में पर्चे लिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में डॉक्टर हिंदी में पर्चे लिखने लगेंगे. जब हम हिंदी को इतना महत्व दे रहे हैं तो डॉक्टरों को हिंदी में पर्चे लिखना ही चाहिए.

हिंदी के सिलेबस की शुरुआत हुई, अब विशेषज्ञ भी आ जाएंगे

हिंदी में विशेषज्ञों के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदी के सिलेबस की शुरुआत हो गई है, विशेषज्ञ भी आ जाएंगे. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आत्मानंद स्कूल खोलने पर उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने आत्मानंद स्कूल खोल तो दिया, लेकिन उद्देश्य की पूर्ति वह नहीं कर पाए हैं.

– भारत एक्‍सप्रेस

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