जमशेदपुर की रितिका तिर्की वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने वाली पहली आदिवासी सहायक लोको पायलट बनीं
Ritika Tirkey News: सोशल मीडिया पर इन दिनों रितिका तिर्की नाम की युवती का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में रितिका वंदे भारत एक्सप्रेस चलाते नजर आ रही हैं. उनका वीडियो कई राजनेताओं ने शेयर किया. बहुत-से लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं.
रितिका की चर्चा इसलिए ज्यादा हो रही है, क्योंकि वे झारखंड के एक छोटे से गांव से आती हैं, जो आदिवासियों का गांव है. और, रितिका वहां की पहली लड़की हैं, जिन्होंने भारत की सबसे प्रतिष्ठित ट्रेनों में गिने जाने वाली ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस का संचालन किया है, वे एक लोको पायलट हैं.
आदिवासी परिवार होने के बावजूद रितिका ने अपनी पढ़ाई में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रांची से पूरी की. इसके बाद BIT मेसरा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद भारतीय रेलवे में अपना करियर बनाया. वो बताती हैं कि उनके परिवार में माता-पिता और उनके चार भाई-बहन हैं.
रितिका के माता-पिता को इस पर गर्व होता है कि उनकी लाड़ली ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस की लोको पायलट बन गई है, यह कामयाबी उसके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को दर्शाती है. वे कहते हैं कि रितिका को ट्रेन चलाते समय अलग-अलग शहरों में जाना बहुत अच्छा लगता है.
रितिका ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे अब ट्रेन चलाने में बहुत मजा आता है. मैं पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी दोनों चला सकती हूं. पहले ट्रेन का इंजन देखकर डर लगता था, अब बिल्कुल नहीं लगता. मैंने स्पीड में वंदे भारत एक्सप्रेस को भी दौड़ाया है.’
हाल में ही झारखंड के बीजेपी नेता चंपई सोरेन ने रितिका का वीडियो शेयर कर उनकी सराहना की. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को टाटानगर-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस का वर्चुअल उद्घाटन किया था. तब 27 वर्षीय रितिका तिर्की वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन करते देखी गई थीं. रितिका ने सुविधाजनक अवसर मिलने पर पीएम मोदी की खूब तारीफ की.
— भारत एक्सप्रेस
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