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NSA अजीत डोभाल पहुंचे फ्रांस, राफेल मरीन जेट की डील को लेकर सशस्त्र बल मं​त्री Sebastien Lecornu से की मुलाकात

अजीत डोभाल का यह दौरा भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के लिए सामरिक सुरक्षा और विकास के लिहाज से जरूरी है.

Ajit Doval

फ्रांस दौरे पर हैं Ajit Doval

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) फ्रांस (France) की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने फ्रांस के सशस्त्र बल मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नू (Sebastien Lecornu) से मुलाकात की. दोनों लोगों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने, अंतरिक्ष सहयोग को आगे बढ़ाने के साथ-साथ विकसित वैश्विक स्थिति पर चर्चा की.

फ्रांस में भारतीय दूतावास ने मंगलवार (1 अक्टूबर, 2024) को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘फ्रांस की अपनी यात्रा पर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने फ्रांसीसी सशस्त्र बल मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नु के साथ व्यापक चर्चा की.’ आगे कहा गया, ‘उनकी बातचीत का उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को गहरा करना और अंतरिक्ष सहयोग को आगे बढ़ाने के साथ ही उभरते अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्य पर अंतर्दृष्टि साझा करना भी था.’

यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या

एनएसए डोभाल (Ajit Doval) की यात्रा का मुख्य उद्देश्य 26 राफेल मरीन जेट (Rafale Marine Jet) की डील है. फ्रांस ने भारत को इस सौदे के लिए एक अंतिम मूल्य प्रस्ताव दिया है, जिससे परियोजना की लागत में बड़ी कटौती की गई है. भारत अपनी नौसेना के लिए इन राफेल मरीन जेट्स को खरीदने पर विचार कर रहा है, ताकि वह अपने पुराने MiG-29K जेट्स को बदल सके. ये जेट भारतीय विमानवाहक पोतों जैसे INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य पर संचालित होंगे.

इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य पर भी विचार साझा किए, जो हाल के समय में काफी जटिल हो गया है. यह यात्रा भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, खासकर जब रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग की आवश्यकता बढ़ रही है.


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Ajit Doval का ये दौरा अहम

डोभाल का यह दौरा भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के लिए सामरिक सुरक्षा और विकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है.

भारतीय दूतावास ने एक अलग पोस्ट में कहा कि यह बातचीत ‘भारत-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे तथा साइबर से लेकर अंतरिक्ष तक, महान विश्वास और सहजता तथा उच्च महत्वाकांक्षाओं और जिम्मेदारियों की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करती है.’ इस दौरान डोभाल राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के डिप्लोमेटिक एडवाइजर इमैनुएल बोने (Emmanuel Bonne) से भी मुलाकात की.

-भारत एक्सप्रेस



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