चीन में कोरोना
China Corona virus: चीन में कोरोना भयावह रुप लेते जा रहा है. हालात ये हो गए हैं कि इसके बढ़ते मामलों से वहां कि स्वास्थ्य व्यवस्था भी बुरी तरह चरमरा गई है. कोरोना वहां जमकर तबाही मचा रहा है.
दवाईयों से लेकर तमाम जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में भी स्थिति नियंत्रण के बाहर होते जा रही है. हालांकि चीन द्वारा अभी भी मरने वालों की संख्या से लेकर अपने यहां कोरोना से हो रही तबाही के तमाम आंकड़ों को छुपाया जा रहा है.
चीन में कोरोना को लेकर भारत भी सतर्क
चीन में कोरोना के हालात के मद्देनजर भारत ने भी एहतियात बरतते हुए चीन और हांगकांग से आने वाले नागरिकों के लिए कोविड की निगेटिव रिपोर्ट होना आवश्यक है. वहीं चीन ने भारत के इस फैसले का विरोध किया है और इसे भेदभावपूर्ण बताया है.
चीन में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए भारत के अलावा कुछ अन्य देशों ने भी चीनी नागरिकों के लिए ऐसे ही नियम बनाए हैं. इसे लेकर चीन ने अपनी नाराजगी जाहिर की है.
चीन को लेकर WHO का कड़ा रुख
WHO के मुखिया ने चीन के इस रवैये को लेकर फटकार लगाई है. चीनी नागरिको को लेकर दूसरे देशों द्वारा लिए गए इस फैसले को सही बताया गया है. इसके अलावा WHO के विशेषज्ञों द्वारा चीन में बैठे अधिकारियों से बात की गई है.
बातचीत में कोरोना के वर्तमान मामलों, वैक्सीनेशन और कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर विस्तार से बात हुई है. चीन द्वारा कोरोना से जुड़े आंकड़ो को छिपाना इस बातचीत में मुख्य मुद्दा रहा. विशेषज्ञों द्वारा चीन को कोरोना से जुड़े डेटा को सबके सामने रखने को कहा गया.
चीन अपनी सूचनाओं को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं करता. ऐसे में आंकड़ो को लेकर चीन में पारदर्शिता की कमी है. इस कारण से चीन में कोरोना की वास्तविक स्थिति का पता लगाना काफी मुश्किल है.
इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए WHO के प्रमुख ने भी कहा था कि अगर चीन और विस्तृत जानकारी साझा करे तभी असल खतरे की पहचान संभव है. वह आगे कहते हैं कि दूसरे देश इस समय चीन से सतर्क रहने के लिए जो कदम उठा रहे हैं, वो भी अपनी जगह ठीक है.
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