(प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
टीमलीज सर्विसेज (TeamLease Services) के मुख्य रणनीति अधिकारी सुब्बुराथिनम पी. (Subburathinam P) के अनुसार, ब्रॉडबैंड और 5G नेटवर्क सहित तेजी से डिजिटल विस्तार से अगले पांच वर्षों में फाइबर इंस्टॉलेशन, रखरखाव और मरम्मत क्षेत्रों में लगभग 1 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है.
टेलीकॉम बाजार 2029 तक 76.16 बिलियन डॉलर
सुब्बुराथिनम ने मीडिया से बात करते हुए बताया, भारत का टेलीकॉम बाजार 2024 में 48.61 बिलियन डॉलर और 2029 तक 76.16 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 9.40 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है. 2023 तक देश भर में लगभग 7 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है, जो डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है.
उन्होंने कहा, “फाइबर ऑप्टिक टेकनीशियन सेगमेंट में रोजगार की सालाना वृद्धि दर काफी हद तक भारत में ब्रॉडबैंड और 5G नेटवर्क के तेजी से विस्तार के कारण है. जैसा कि सरकार और टेलीकॉम ऑपरेटर फाइबर बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करते हैं, फाइबर टेक्नीशियनों की मांग में काफी महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है.”
1 लाख नए रोजगार अवसर पैदा होने की उम्मीद
सुब्बुराथिनम ने कहा, टेलीकॉम टावरों के बढ़ते फाइबरीकरण से लगभग 1 लाख नए रोजगार अवसर पैदा होने की उम्मीद है. अभी देश भर में 4G, 5G और ब्रॉडबैंड पहलों का समर्थन करने के लिए फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क के तेजी से विस्तार के बाद भारत में फाइबर टेक्नीशियनों की संख्या 5 लाख से अधिक होने का अनुमान है. 2030 तक, 5G टेक्नोलॉजी अपने चरम पर पहुंचने की उम्मीद है, जो सूपर स्पीड, कम देरी और बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.
उन्होंने कहा कि फाइबर टेक्नीशियन दूरसंचार, आईटी, निर्माण और विनिर्माण सहित अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जो अक्सर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नेटवर्क और बुनियादी ढांचे की स्थापना और विस्तार के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.
इसके अलावा, सुब्बुराथिनम ने कहा कि फाइबर इंजीनियर, स्प्लिसर, फाइबर टर्मिनेशन उपकरण टेकनीशियन, इंस्टॉलेशन और मरम्मत, फॉल्ट रिजॉल्यूशन टीम, फाइबर सेलसाइट इंजीनियर और फील्ड टेकनीशियन जैसी नौकरी की भूमिकाएं टेलीकॉम बुनियादी ढांचे के विस्तार और 5G सेवाओं की तैनाती के कारण महत्वपूर्ण वृद्धि देख रही है.
नौकरी छोड़ने की दर सालाना 35-40 %
सुब्बुराथिनम ने फाइबर टेकनीशियन सेगमेंट में नौकरी छोड़ने की दर पर कहा, यह अपेक्षाकृत अधिक है, जो आम तौर पर सालाना 35-40 प्रतिशत के बीच होती है. इसका कारण लंबे समय तक काम करने से थकान, वेतन में कम वृद्धि, टेक्निशियनों द्वारा बेहतर वेतन के लिए अन्य अवसरों की तलाश हैं.”
-भारत एक्सप्रेस
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