IISc Bengaluru
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), दिल्ली ने सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. 2025 की QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में IIT दिल्ली ने 255 पायदान ऊपर चढ़कर 171वां स्थान हासिल किया. यह रैंकिंग मंगलवार को घोषित की गई.
इस सूची में कुल 78 भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हुए हैं. देश के शीर्ष 10 संस्थानों में से नौ ने इस साल अपने रैंकिंग में सुधार किया है. इसके अलावा, 21 नए भारतीय संस्थानों ने इस रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है.
IIT दिल्ली और IIT कानपुर को पर्यावरणीय प्रभाव के लिए विश्व के शीर्ष 100 संस्थानों में स्थान मिला है. वहीं, भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु ने पर्यावरण शिक्षा के लिए दुनिया के शीर्ष 50 में अपनी जगह बनाई है.
QS वाइस प्रेसिडेंट का बयान
QS के वाइस प्रेसिडेंट, बेन सॉटर ने कहा, “78 भारतीय संस्थानों में से 34 ने पिछले साल की तुलना में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है और 8 संस्थानों ने अपनी स्थिति बनाए रखी है. यह भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली की बड़ी सफलता है और दिखाता है कि भारतीय संस्थान सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं.”
हालांकि, सामाजिक प्रभाव श्रेणी में भारतीय संस्थानों को स्वास्थ्य और कल्याण, शिक्षा के प्रभाव और समानता जैसे क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है. इन क्षेत्रों में किसी भी भारतीय संस्थान को शीर्ष 350 में जगह नहीं मिली है. लेकिन नॉलेज एक्सचेंज और रोजगार के परिणामों के क्षेत्र में भारतीय संस्थानों ने बेहतर प्रदर्शन किया है.
वैश्विक रैंकिंग में टोरंटो विश्वविद्यालय टॉप पर
2025 की QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में 107 देशों और क्षेत्रों के 1,740 विश्वविद्यालय शामिल हैं. यह पिछली साल की तुलना में बड़ी वृद्धि है, जिसमें 95 देशों के 1,397 संस्थान शामिल थे.
इस साल वैश्विक रैंकिंग में टोरंटो विश्वविद्यालय पहले स्थान पर रहा. ETH ज्यूरिख दूसरे स्थान पर है, जबकि स्वीडन का लुंड विश्वविद्यालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (UCB) संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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