डॉ. इरम चौधरी
Rajouri: डॉ. इरम चौधरी के लिए यह एक सपने के सच होने जैसा था, जब उन्होंने प्रतिष्ठित यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाई. 2020 में एमबीबीएस पूरा करने वाली इरम प्रतिष्ठित यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करना चाहती थी, जिसके परिणाम बीते दिनों घोषित किए गए. रिजल्ट में अपना नाम घोषित होने पर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. दारहाल, राजौरी की रहने वाली इरम की सफलता की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है.
समाज की सेवा करना चाहती हैं इरम
डॉ. इरम चौधरी ने कहा, “मैं सफलता से अभिभूत और खुश हूं.” “मैं एक सिविल सेवक के रूप में अपने समाज की सेवा करना चाहती थी. अब मैं ऐसा कर सकूँगी.” निसार अहमद और शमीम अख्तर की बेटी डॉ इरम राजौरी के दारहाल के सुदूर लीरन गांव की रहने वाली हैं. फिलहाल उनका परिवार जम्मू में रहता है.
इसे भी पढ़ें: G20 शिखर सम्मेलन में विदेशी प्रतिनिधियों के लिए खास फूड स्टॉल ‘बाजरा हब’, जम्मू-कश्मीर सरकार की रोजगार को लेकर खास पहल
बिजली विकास विभाग (पीडीडी) के एक सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता अहमद ने कहा कि उनकी बेटी ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने का सपना देखा और एमबीबीएस पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद, उसने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि परिवार ने उनका पूरा समर्थन किया और उन्हें अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रेरित किया. अहमद ने कहा, “उन्होंने सिविल स्टडीज की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी शुरू की और हमने उनका पूरा समर्थन किया और अब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा क्वालिफाई कर ली है.”
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.