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CCI Investigation: अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच में इन दोनों कंपनियों व मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के खिलाफ गड़बड़ियां पाई गई हैं. इसी के बाद से माना जा रहा है कि भारत में इन दोनों कंपनियों के लिए मुश्किल आ सकती है. ई-कॉमर्स सेक्टर में ये दोनों कंपनी अपना एक अलग दबदबा रखती हैं और इन दोनों पर ही आरोप लगते आए हैं कि ये सेलर्स के साथ मिलीभगत कर प्रतिस्पर्धा को समाप्त कर रही हैं.
इसी के बाद भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने इसकी जांच की तो आरोप सही पाए गए हैं. जी बिजनेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) को जांच में अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों व मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के खिलाफ गड़बड़ियां मिली हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दोनों दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों की मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के साथ मिलीभगत पाई गई है.
ऑफलाइन कारोबारियों ने ये लगाए आरोप
इसको लेकर ये भी कहा जा रहा है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां अपनी एसोसिएट कंपनियों के बिजनेस के फैसले खुद ही ले रही थीं. फिलहाल हाल के दिनों में ये ट्रेंड देखा जा रहा है कि मोबाइल कंपनियां ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ एक्सक्लुसिव डील कर रही हैं. नए-नए मोबाइल फोन बाजार में आ रहे हैं लेकिन किसी खास ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ही इनकी सेल हो रही है. इस वजह से इससे खुदरा कारोबारियों और ऑफलाइन स्टोर चलाने वालों ने इसका विरोध किया और ये आरोप लगाया था कि यह कदम बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को खत्म कर देगा.
कैट ने की थी दोनों कंपनियों की शिकायत
फरवरी में खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने प्रतिस्पर्धा नियामक सीसीआई को पत्र लिखकर अमेजन और फ्लिपकार्ट की शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां बाजार में कंपटीशन को खत्म करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं. इसी के साथ ही कैट ने सीसीआई से मांग की थी कि वह अमेजन और फ्लिपकार्ट पर एंटी-कंपटीशन प्रैक्टिसेज अपनाने के लग रहे आरोपों की जांच करे. कैट ने ये भी आरोप में कहा था कि दोनों प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के द्वारा 25 हजार करोड़ की गड़बड़ियां की जा रही हैं, जिनसे खुदरा कारोबारियों और छोटे दुकानदारों की रोजीरोटी को प्रभावित किया जा रहा है.
मोबाइल रिटेलर्स ने जाहिर की खुशी
बता दें कि सीसीआई की जांच में दोनों कंपनियों के खिलाफ मिली गड़बड़ी के बाद ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने खुशी जाहिर की है. पदाधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि भारत में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर पोको, श्याओमी, रियलमी, वनप्लस, सैमसंग,मोटोरोला, वीवो आदि के द्वारा मिलीभगत करने के खिलाफ सीसीआई के एक्शन की खबर से उनको बहुत खुशी है. इसी के साथ ही पदाधिकारियों ने इस मिलीभगत में शामिल सभी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
-भारत एक्सप्रेस