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Delhi Budget Session: दिल्ली विधानसभा का सत्र 2 दिन के लिए बढ़ा, अब अगले महीने के शुरुआत तक जारी रहेगी बजट पर सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच तकरार

दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र दो दिन बढ़ाया गया है, जो अब 2 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान सीएजी की रिपोर्ट समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. सदन में सियासी घमासान भी देखने को मिला.

Delhi Budget Session

दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र अब 2 अप्रैल तक चलेगा. यह फैसला विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बुधवार को सत्र की कार्यवाही के दौरान लिया. उन्होंने बताया कि अभी कुछ महत्वपूर्ण सीएजी रिपोर्ट और अन्य रिपोर्ट सदन में प्रस्तुत की जानी बाकी हैं. इसीलिए 28 मार्च के बाद दो और दिन सत्र बढ़ाया गया है.

वहीं 29 और 30 मार्च को वीकेंड और 31 मार्च को ईद की छुट्टी रहेगी. अब एक और दो अप्रैल को भी कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी, जिसमें सीएजी रिपोर्ट समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.

आम आदमी पार्टी ने विधायक संजीव झा को सदन में चीफ व्हिप नियुक्त किया है. इसके साथ ही मुकेश अहलावत को सदन का उप-नेता और जरनैल सिंह को महासचिव बनाया गया है. यह आदेश पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने जारी किया. यह फेरबदल विधानसभा में पार्टी की रणनीतिक भूमिका को मज़बूत करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है.

तीसरे दिन की कार्यवाही रही हंगामेदार

बुधवार को सदन की कार्यवाही में बजट पर गर्मागर्म बहस देखने को मिली. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक हुई. सत्ता पक्ष ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे सभी वर्गों को लाभ मिलेगा.

वहीं विपक्ष के विधायकों ने इस बजट को “हवाहवाई” करार दिया. विपक्ष के संजीव झा और कुलदीप कुमार ने सरकार पर चुनावी वादे पूरा न करने के आरोप लगाए.

सत्ता पक्ष की तरफ से मनजिंदर सिंह सिरसा का पक्ष

मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि हमारी सरकार ने ऐसा बजट पेश किया है जिससे हर वर्ग को लाभ मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि एक लाख करोड़ रुपये का बजट आज तक किसी भी दिल्ली सरकार ने पेश नहीं किया था.

उन्होंने आगे कहा, “हम सिर्फ सपने नहीं बेचते, हम ज़मीन पर काम करते हैं.”

विपक्ष ने बजट की पारदर्शिता पर उठाए सवाल

बीजेपी विधायक अरविंदर लवली ने कहा कि सरकार को आउटकम बजट लाना चाहिए था. उन्होंने पूछा कि जब इकोनॉमिक सर्वे की बात हो रही है, तो कोविड काल में इसी सरकार ने सर्वे के आधार पर बजट निर्धारण क्यों नहीं किया?

रोजगार और विकास पर भी तीखी टिप्पणी

बीजेपी विधायक अजय महावर ने आप सरकार के विभिन्न बजटों पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि ग्रीन बजट से लेकर रोजगार बजट, राम राज्य बजट और देशभक्ति बजट तक, किसी में भी ठोस परिणाम नहीं दिखे.

उन्होंने आरोप लगाया कि 10 साल में सरकार 400 लोगों को भी रोजगार नहीं दे पाई. गली-गली शराब के ठेके खोलना ही ‘रामराज्य’ बन गया है.

AAP ने सरकार पर लगाया आरोप

आप विधायक संजीव झा ने कहा कि सरकार ने एक लाख करोड़ का बजट तो पेश किया, लेकिन इसमें यह नहीं बताया कि पैसा कहां से आएगा. उन्होंने सरकार को महिला समृद्धि योजना के तहत 2500 रुपये देने में विफल बताया.

विधायक कुलदीप ने तंज कसते हुए कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, मानो विपदा की सरकार आ गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर प्रधानमंत्री की “गारंटी” को झूठा साबित करने का आरोप भी लगाया.


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-भारत एक्सप्रेस



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