अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी कहा कि वह इस बात से “रोमांचित” हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधिकारिक यात्रा के लिए अमेरिका जाएंगे. अमेरिकी राजदूत ने बुधवार को कहा कि भारत दुनिया में एक प्रमुख ताकत के रूप में उभर रहा है और वह पिछले तीन दशकों में देश की प्रगति से प्रभावित हैं. गार्सेटी ने यहां पत्रकारों से कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर अमेरिका और भारत चिंतित हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अमेरिका, भारत और दुनिया पाकिस्तान की स्थिति को लेकर समान रूप से चिंतित हैं. हम पाकिस्तान में स्थिरता चाहते हैं. हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान में अशांति का माहौल नहीं होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सीमा पर कानून का राज और शांति बनी रहेगी. लेकिन यह पाकिस्तान के लोगों को तय करना है.’’ गार्सेटी ने कहा कि मुंबई की अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने प्रमुख सांस्कृतिक, वित्तीय और व्यावसायिक हस्तियों के साथ भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहली बार तब भारत आया था, जब मैं किशोर था और मैंने बहुत कुछ सीखा. मैंने सीखा कि हम इस ग्रह पर हर स्थान पर लोगों से कितनी गहराई से जुड़े हुए हैं, चाहे हम कहीं भी रहते हों, कोई भी भाषा बोलते हों, हमारे पास कितना पैसा हो या हम किसी भी ढंग से प्रार्थना करते हों.’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक किशोर के रूप में, मैं कभी भी उस विकास और प्रगति की कल्पना नहीं कर सकता था जो भारत ने पिछले तीन दशकों में हासिल की है. भारत दुनिया में एक अग्रणी शक्ति के रूप में उभर रहा है.’’ गार्सेटी ने कहा कि 1992 में, जिस वर्ष उन्होंने हिंदी और भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास का अध्ययन करने के बाद कॉलेज से स्नातक किया, अमेरिका-भारत संबंध खराब हो गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा वार्षिक व्यापार दो अरब अमेरिकी डॉलर था और हमारा रक्षा व्यापार शून्य था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार में 191 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ अमेरिका अब भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. भारत अब किसी भी देश से सबसे ज्यादा छात्र अमेरिका भेजता है. हमारी सेना एक साथ प्रशिक्षण लेती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रक्षा कर रहे हैं. हमारी प्रमुख कंपनियां समावेशी विकास और नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक-दूसरे का सहयोग करती हैं.”
गार्सेटी ने कहा, ‘‘हम संयुक्त रूप से वैश्विक स्वास्थ्य और विकास चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जलवायु परिवर्तन का सामना कर रहे हैं. हम दुनिया को दिखा रहे हैं कि कैसे अमेरिका और भारत एक साथ मिलकर बेहतर काम कर रहे हैं.’’ गार्सेटी ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा उन्हें परोसा गया ‘वड़ा पाव’ का आनंद उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘यहां मिलने वाला वड़ा पाव कहीं और की तुलना में बहुत बेहतर है. यह ताजा था.’’
-भारत एक्सप्रेस
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