भारत के निवेश से अमेरिका में रोजगार के नए अवसर, Eric Garcetti ने भारत की अहम भूमिका को सराहा
SelectUSA इन्वेस्टमेंट समिट के माध्यम से भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में जो मजबूत उपस्थिति दर्ज की है, वह भारत-अमेरिका संबंधों को एक नए आयाम तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने किया अडानी ग्रुप की खावड़ा प्रोजेक्ट साइट का दौरा, गौतम अडानी से ऐसे हुई मुलाकात
खावड़ा परियोजना स्थल पर अमेरिकी राजदूत की यात्रा को भारत के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर समूह में अमेरिकी सरकार के विश्वास के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
‘भारत में हर दिन हकीकत बनते हैं सपने’, अमेरिकी राजदूत बोले- चाय बेचने वाला लड़का बना PM
Eric Garcetti: गार्सेटी ने कहा कि भारत ऐसी जगह है जहां सपने हर दिन हकीकत बनते हैं. हमारे देशों के बीच बहुत सी समानताएं हैं.
हरित ऊर्जा समाधान के निर्माण के लिए भारत के साथ काम करने को प्राथमिकता देंगे: अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने गुरुवार को कहा कि वह हरित ऊर्जा समाधान बनाने के लिए भारत के साथ काम करने को प्राथमिकता देंगे.
“हम चाहते हैं कि इंडिया रहे सुरक्षित”- अमेरिकी राजदूत ने भारत-US के बीच रक्षा सहयोग पर दिया जोर
अमेरिकी अदालत ने पाकिस्तानी-कनाडाई मूल के तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है.
अमेरिका ने भारत को विशेष चिंता का देश नहीं कहा’, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर पैनल की रिपोर्ट पर दूत गार्सेटी
प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) इस बार अपनी 2023 की वार्षिक रिपोर्ट में भारत के बारे में पक्षपाती और प्रेरित टिप्पणियों को फिर से प्रकाशित करना जारी रखता है
पीएम मोदी के अमेरिका के दौरे को लेकर रोमांचित हैं US राजदूत एरिक गार्सेटी
अमेरिकी राजदूत ने कहा कि भारत दुनिया में एक प्रमुख ताकत के रूप में उभर रहा है और वह पिछले तीन दशकों में देश की प्रगति से प्रभावित हैं.
भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत का बयान, कहा- नई दिल्ली की साझेदारी एक स्वतंत्र और समृद्ध इंडो-पैसिफिक
गार्सेटी और कतर के दूत और मोनाको की रियासत ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए.
भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में एरिक गार्सेटी की नियुक्ति की प्रक्रिया एक कदम और आगे बढ़ी
जो बाइडन के कार्यकाल के शुरुआती दो वर्षों में गार्सेटी के नामांकन को मंजूरी नहीं मिल सकी, क्योंकि कुछ सांसदों ने नियुक्ति का विरोध किया था.