
गोमतीनगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में गामा नाइफ मशीन लगेगी. साथ ही आधुनिक रोबोट भी क्रय किया जाएगा. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर बृहस्पतिवार को हाई लेवल पर्चेज कमेटी की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई है. जिसमें गामा नाइफ, रोबोट समेत 30 उपकरण शामिल हैं.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि गामा नाइफ मशीन लगभग 48 करोड़ रुपये से क्रय की जाएगी. लोहिया संस्थान उत्तर प्रदेश का पहला सरकारी मेडिकल संस्थान है जिसमें गामा नाइफ की सुविधा होगी. उत्तर भारत में दिल्ली एम्स, चंडीगढ़ पीजीआई, दिल्ली आर्मी हॉस्पिटल में गामा नाइफ की सुविधा है. उन्होंने बताया कि गामा नाइफ से बिना चीरा-टांका दिमाग की कई प्रकार की बीमारियों का इलाज हो सकेगा. इस मशीन से 3 सेंटीमीटर से छोटे ट्यूमर, खून की नसों की बीमारी का इलाज होगा.
रोबोट क्रय करने के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
इसमें गामा किरणों की डोज दी जाती है. इससे खून की नसों को नुकसान नहीं होता है. उन्होंने बताया कि लोहिया संस्थान को उपकरणों की खरीद के लिए 250 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया था. मशीनों की खरीद के लिए बैठक हुई. इसमें 113 करोड़ के उपकरण खरीद की स्वीकृत प्रदान की गई है.
डिप्टी सीएम ने बताया कि संस्थान में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा भी शुरू होगी. लगभग 30 करोड़ रुपए से रोबोट क्रय करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है. उन्होंने बताया कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार हो रहा है. आधुनिक सुविधाओं से संस्थानों को लैस किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जल्दी ही केजीएमयू में भी रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी. इसका सीधा फायदा मरीजों को होगा. मरीजों को अब आधुनिक इलाज के लिए प्रदेश के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
-भारत एक्सप्रेस
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