Jharkhand Constable Exam: झारखंड में सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए हुए फिजिकल टेस्ट के दौरान 11 अभ्यर्थियों की मौत हो जाने को लेकर राज्य में सियासत तेज हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगातार आरोप और प्रत्यारोप जारी है. इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अभ्यर्थियों की मौत के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और आरोप लगाते हुए कहा है कि कोरोना वैक्सीन के कारण इन युवाओं की मौत हुई है.
बता दें कि 4 सितंबर को झारखंड की राजधानी रांची में मईयां सम्मान योजना राशि वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि “अभी जो सिपाही की नियुक्ति चल रही है उसमें कुछ घटना उनके संज्ञान में आई है. इसमें कई नौजवानों की दौड़ते-दौड़ते अचानक मौत हो गई. यह मौत सिर्फ दौड़ से नहीं हो रही है. ऐसे ही अचानक लोग चलते-चलते मर रहे हैं.” मालूम हो कि हेमंत सोरेन से पहले इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का बयान भी सामने आ चुका है. उन्होंने कहा था कि अभ्यर्थियों कि मौत का कारण स्टेरॉयड या कोरोना इफेक्ट हो सकता है.
हेमंत सोरेन ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि कोरोना में जो भाजपा के लोगों ने इस देश लोगों को जो टीका लगाया है. वो गलत टीका लगाया है, जिसका प्रभाव पूरी दुनिया में पड़ रहा है. अभी तो उसका हिसाब भी हम लोग लेंगे. उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा कि “उस टीके को पूरी दुनिया में बंद कर दिया गया था, लेकिन हमारे भारत में उस वैक्सीन की सप्लाई हुई और नतीजा यह हुआ की आज देश में अनेक लोगों की मौत हो रही है.”
हेमंत सोरेन आगे बोले कि सर्दी खांसी से लोग मर जा रहे हैं, चलते-चलते लोग मर जा रहा है, दौड़ते-दौड़ते लोग मर जा रहा है. बूढ़ा-बुजुर्ग नहीं, जवान-जवान लड़का लड़की लोग मर जा रहा है. इसी के साथ ही हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर ये भी आरोप लगाया और कहा कि उस वैक्सीन को पूरी दुनिया में बंद करने का नोटिस जारी हुआ लेकिन इन लोगों ने बड़ी चतुराई से पैसा और चंदा वसूलने के लिए देशवासियों को जबरदस्ती वह वैक्सीन ठोकवा दिया.
बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की हुई मौत पर जहां कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि जहां पर दौड़ रखी गई है वह ग्राउंड सही नहीं है और मैदान खराब जिसकी वजह से दौड़ते हुए अभ्यर्थी मैदान में गिर जा रहे हैं और मौत हो रही है. मालूम हो कि 22 अगस्त से एक सितम्बर के बीच 11 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. इसी के साथ ही भीषण गर्मी को भी इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है भाजपा ने सरकार पर खराब व्यवस्था कराने का आरोप लगाया है और कहा है कि भादो की इस भीषण गर्मी में दौड़ आयोजित ही नहीं करनी चाहिए थीय
हाल ही में झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दुमका के कन्वेंशन सेंटर आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि चुनाव से पूर्व आपधापी में सरकार बहाली करने के लिए भादो माह की गर्मी में युवाओं को दौड़ा रही है. रात में युवा लाइन में खड़े होते है सोते नहीं और दिन में इन्हें दौड़ाया जा रहा है. एक दिन में छह हज़ार युवाओं को दौड़ा रही है इस प्रकार होता नहीं है. कम से कम तीन माह का समय मिलना चाहिए ताकि बच्चें प्रतियोगिता की तैयारी कर ले, लेकिन सरकार एडमिट कार्ड मिलने के 15 दिनों के अंदर बहाली निकाल कर दौड़ा रही है. तेज धूप और बारह बजे दिन में दौड़ाए जाने के कारण बच्चे क़ी मौत हो रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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