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Hemant Soren

हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाले में 31 जनवरी को करीब आठ घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था.

Jharkhand News: झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो सरकार में कांग्रेस और राजद साझीदार हैं. आज ये सरकार विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव परीक्षण का सामना करेगी.

वर्ष 2015 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों का डेटा बनवाया और इसके लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया था, जो अब तक नहीं हो सकी है.

31 जनवरी को जब ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था, तब उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही चंपई सोरेन को बड़े भरोसे के साथ अपना उत्तराधिकारी चुना था. चंपई ने पांच महीने के कार्यकाल के दौरान उनका यह भरोसा कायम भी रखा.

झारखंड के पूर्व सीएम सोरेन ने जेल से निकलने के बाद कहा कि अदालत के आदेश का पूरा सम्मान है, लेकिन न्याय की प्रक्रिया का लंबा खिंचना चिंता की बात है.

ईडी की ओर से असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि यह इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन पर हेमंत सोरेन का अवैध कब्जा है.

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब लोकसभा चुनाव 2024 में प्रचार नहीं कर पाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन की ओर से दायर अंतरिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है.

केजरीवाल ने कहा कि हेमंत सोरेन ने न कोई जुर्म किया और न ही किसी अदालत ने उन्हें दोषी कहा. इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने साजिश करके उन्हें जेल भेज दिया.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाला मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था. इस मामले में उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. फिलहाल वह रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं.

ED ने विरोध करते हुए हलफनामे में कहा है कि अदालत के लिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि चुनाव के लिए प्रचार करने का अधिकार ना तो मौलिक अधिकार है और ना ही संवैधानिक अधिकार है. यहां तक ​​कि यह कानूनी अधिकार भी नहीं है.