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Kanpur: पान बेचने वाले की बेटी ने ‘यूपी पीसीएस जे’ में किया टॉप, जानें क्या है सफलता की कहानी

निशी कहती हैं कि उनको जज ही बनना है, ये उन्होंने पहले ही तय कर लिया था. वह कहती हैं कि देश की कानून व्यवस्था में बहुत सुधार की जरुरत है. वह जज बनकर गरीबो को न्याय देना चाहती हैं.

अपने माता-पिता के साथ निशी (फोटो सोशल मीडिया)

Kanpur: जिसके अंदर लगन और जज्बा हो कुछ करने का तो किसी भी तरह की रुकावट आपके लक्ष्य को पाने में बाधा नहीं बन सकती है, फिर चाहे घर-परिवार के हालत कैसे भी हों. इसका ताजा उदाहरण सामने आय़ा है कानपुर से, यहां पर निशी नाम की छात्रा ने यूपी पीसीएस जे की परीक्षा में टॉप किया और उनके पिता निरंकार गुप्ता कानपुर में ही एक पान की दुकान चला कर घर गृहस्थी चलाते हैं. तो वहीं निशी की सफलता की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है.

पिता ने बेटे-बेटी में नहीं किया फर्क

निशी इसके पहले मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों में PCS जे की परीक्षा दे चुकी थीं, लेकिन एक-एक नंबर से उनका चयन नहीं हो सका फिर भी वह हताश नहीं हुईं और पूरे लगन के साथ तैयारी में जुटी रहीं. नतीजतन इस परीक्षा में टॉप कर कामयाबी के शिखर का झंडा गाड़ दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, निशी के पिताजी पान की दुकान चलाते हैं, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी है और बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं किया. इसी का परिणाम है कि, निशी की बड़ी बहन शिवानी और उनका भाई यश दोनों ही आईआईटी से इंजीनियरिंग कर रहे हैं.

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पढ़ने में तेज थी निशी

निशी के परिवार वाले निशी के बारे में बताते हैं कि उनकी बेटी शुरू से ही पढ़ने में तेज थी. इसीलिए दसवीं में फातिमा कान्वेंट स्कूल से उन्होंने 77 फीसदी नंबर के साथ परीक्षा पास की और इंटर में 92 फीसदी नंबर मिला. इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एलएलबी की और फिर 2020 में एलएलएम की पढ़ाई शुरू की और इसी तरह निशी आगे बढ़ती गईं और यूपी पीसीएस जे की परीक्षा में अपना लोहा मनवाया और टॉपर बनीं. तो वहीं निशी के पिता और चाचा मिलकर पान की दुकान चलाते हैं कानपुर में जेके मंदिर के पास उनकी शॉप है जो कि काफी मशहूर है. तो वहीं बेटी के टॉपर होने पर पिता निरंकार गुप्ता और मां रेखा के साथ ही पूरा परिवार खुशियां मना रहा है.

जज ही बनना था ये तय कर लिया था

इस बारे में निशी कहती हैं कि उनको जज ही बनना है, ये उन्होंने पहले ही तय कर लिया था. वह कहती हैं कि देश की कानून व्यवस्था में बहुत सुधार की जरुरत है. वह जज बनकर गरीबो को न्याय दिलाना चाहती हैं.

-भारत एक्सप्रेस



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