
Operation Sindoor: तमिलनाडु के एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (SRMIST) की एक प्रोफेसर को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) की आलोचना करना महंगा पड़ गया. प्रोफेसर लोरा एस., जो संस्थान के करियर सेंटर निदेशालय में सहायक प्रोफेसर हैं, ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस के जरिए इस सैन्य अभियान की आलोचना की, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया.
बुधवार को लोरा ने व्हाट्सएप स्टेटस पर कई संदेश पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने वाले सीमा पार ऑपरेशन की निंदा की. एक पोस्ट में उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनावी लाभ के लिए सैन्य कार्रवाई करने का आरोप लगाया, जबकि दूसरी पोस्ट में पाकिस्तान में कथित नागरिक हताहतों पर दुख जताया.
हमलों में दो लोग घायल
उनके एक संदेश में लिखा था, “भारत ने पाकिस्तान में एक बच्चे को मार डाला और बुधवार तड़के के हमलों में दो लोगों को घायल किया. यह कायराना कृत्य है.”
इसके अलावा, उन्होंने भारत में भविष्य में आर्थिक संकट, लॉकडाउन, महंगाई, खाद्य संकट और जान-माल के नुकसान की आशंका भी जताई.
शुरुआत में ये पोस्ट केवल उनके व्हाट्सएप कॉन्टैक्ट्स तक सीमित थीं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता बाला ने इनके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा कर दिए, जिसके बाद यह वायरल हो गया. बाला ने संस्थान को टैग करते हुए सवाल उठाया, “क्या आप इस विचारधारा का समर्थन करते हैं? क्या यही अब शैक्षिक सक्रियता है?” इसके बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं.
SRMIST ने तत्काल प्रभाव से लोरा को निलंबित कर दिया और मामले की आंतरिक जांच शुरू करने की घोषणा की. संस्थान के रजिस्ट्रार एस. पोन्नुसामी ने बयान जारी कर कहा कि प्रोफेसर की पोस्ट को “अनैतिक गतिविधि” माना गया है और इसकी जांच की जाएगी.
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-भारत एक्सप्रेस
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