Mathura: मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे थे, लेकिन वीआईपी दर्शन को लेकर मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से उनकी नोकझोंक हो गई. जहां सुरक्षाकर्मी उनसे प्रवेश द्वार से ही प्रवेश करने के लिए कह रहे थे तो वहीं वह निकास द्वार से मंदिर में प्रवेश करने की जिद पर अड़े रहे. बताया जा रहा है कि मंदिर पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री को स्थानीय नेता गेट नंबर 1 से ले जाने लगे, जबकि मंदिर के गेट नंबर 1 से सिर्फ एग्जिट का रास्ता है. इस पर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लगे सुरक्षा कर्मी जब उनको रोकने लगे तो स्थानीय भाजपा नेता उनसे उलझ पड़े.
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को केंद्रीय मंत्री बी एल वर्मा अपने परिवार के साथ बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ स्थानीय भाजपा नेता भी थे, जो उनको मंदिर में एग्जिट गेट से ही प्रवेश कराने लगे. इस पर मंदिर के सुरक्षा कर्मियों के साथ उनकी तकरार हो गई. इस सम्बंध में गेट नम्बर -1 का एक सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें स्थानीय भाजपा नेता सुरक्षाकर्मियों से उलझते दिखाई दे रहे हैं.
बता दें कि सोशल मीडिया पर इस पूरे विवाद का 2 मिनट 27 सेकेंड का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पहले मंत्री अपने समर्थकों के साथ गेट नंबर 2 की तरफ जाने वाले रास्ते पर लगी एक रेलिंग के पास खड़े हुए दिख रहे हैं. यहां कुछ देर तक रुकने के बाद वह गेट नंबर 1 पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचते है. इसी बीच वहां पर तैनात सुरक्षा कर्मी उनके आगे खड़ा हो जाता है. यहीं पर स्थानीय भाजपा नेता आते हैं और फिर आपस में बहस होती दिखाई दे रही है.
मंदिर में भाजपा नेताओं और सुरक्षा कर्मियों के बीच हुए विवाद को लेकर बीजेपी नेता योगेश द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि वह गेट नंबर 2 से ही जा रहे थे, लेकिन वहां जाने वाले रास्ते में लगी रेलिंग में ताला लगा था जिसकी चाबी नहीं मिली. इसी के बाद उनके साथ मौजूद महिलाओं को मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा था लेकिन गार्ड ने प्रवेश नहीं दिया और बदसलूकी की. इसी के साथ योगेश द्विवेदी ने बताया कि भाजपा नेताओं की ओर से गार्ड के साथ किसी प्रकार की अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया उससे केवल रिक्वेस्ट की गई थी. वहीं इस पूरे मामले को लेकर निजी सुरक्षा एजेंसी में तैनात सुरक्षा कर्मी नीरज कुमार ने बताया कि गेट नंबर 1 से प्रवेश करने पर रोका तो उनके साथ मौजूद लोगों ने धक्का मुक्की की. इसी के साथ उन्होंने मीडिया को जानकारी दी कि, हमने उनको बताया था कि, पिछले वर्ष जन्माष्टमी से सिस्टम बदल गया है. उनसे बस केवल इतनी ही बात हुई थी.
बता दें कि बांके बिहारी मंदिर में 5 गेट हैं. मंदिर प्रशासन ने जानकारी दी कि यहां गेट संख्या 2 और 3 प्रवेश के लिए निर्धारित किए हैं, जबकि 1 और 4 निकास के लिए बनाए गए हैं. तो वहीं 5 नंबर गेट मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोगों के लिए निर्धारित किए गए हैं. वीआईपी आने पर प्रवेश 2 नंबर गेट से कराया जाता है जबकि गेट नम्बर एक से निकास कराया जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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