Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है. तो वहीं 22 जनवरी को रामलला अपने गर्भ गृह में विराजमान हो जाएंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे. तो वहीं देश भर के साधु संतों के साथ ही फिल्म व खेल जगत के भी जाने-माने चेहेरे मौजूद रहेंगे. इसी बीच राम भक्तों में भी उत्साह देखते ही बन रहा है. कोई नेपाल तो कोई छत्तीसगढ़ और गुजरात से प्रभु राम के लिए भेंट भेज रहा है. इसी बीच उत्तराखंड से पवित्र नदियों का जल अयोध्या भेजा जा रहा है, जो कि रामलला को अर्पित किया जाएगा.
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मंगलवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज के नेतृत्व में गंगोत्री, यमुनोत्री और बागेश्वर सरियु नदी के उद्गम (स्रोत) स्थान से मंगाए गए पवित्र जल के साथ हर की पौड़ी ब्रह्म कुंड के जल कलश का पूजन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने किया और इसके बाद पवित्र जल लेकर तमाम साधु संतों की शोभा यात्रा को अयोध्या के लिए रवाना किया गया है.
उत्तराखंड में हुए कार्यक्रम को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें हर की पौड़ी का नजारा साफ दिखाई दे रहा है. विधि-विधान से पूजा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जय राम श्रीराम, जय जय राम… का भजन गाकर पवित्र नदियों का जल अयोध्या के लिए रवाना किया. इसी के साथ ही लोगों का धन्यवाद किया. तो दूसरी ओर इस मौके पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से साधु संत और राम भक्तों पर हरिद्वार जिला प्रशासन ने पुष्प वर्षा की.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, जिस दिन की हमें बरसों से प्रतीक्षा थी, 22 जनवरी को वह दिन हमें नसीब हो रहा है. मां गंगा के स्थान हरिद्वार का काफी महत्व रहा है. धामी ने आगे कहा कि, हरिद्वार से ही राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत की गई थी. आज यहां से गंगोत्री, यमुनोत्री, सरयु और हरिद्वार का जल राम मंदिर के लिए जा रहा है.
सीएम धामी ने कहा कि, भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में हरिद्वार के लोग भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वह बोले कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह दिन हमें लंबी प्रतीक्षा के बाद देखने को मिल रहा है. इस पल के हम सभी साक्षी बन रहे हैं. राम मंदिर का उद्घाटन हमारे लिए एक महापर्व है.
तो वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि, आज हमें वह दिन याद आ रहा है जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. उन्होंने हमारे ऊपर डंडे बरसाए थे मगर आज हम राम मंदिर के उद्घाटन में अयोध्या राम राम करते जा रहे हैं. वह आगे बोले कि, 20 से 25 साल पहले हम राम का नाम भी नहीं ले सकते थे. राम नाम लेने पर मारा जाता था.
राम मंदिर के लिए कितने संतों और सनातनी लोगों ने अपना बलिदान दिया है. महाराज ने आगे कहा कि, हमारे लिए खुशी की बात है कि हमें ऐसे प्रधानमंत्री मिले जिन्होंने राम मंदिर का हल निकाला. अब अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का भव्य उद्घाटन होने जा रहा है.
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