Health Tips: आज के दौर में लोग बाहर का खाना काफी पसंद करते हैं. कुछ लोगों को शाकाहारी खाना पसंद है तो कुछ को मांसाहारी. लेकिन हाल ही में एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जो लोग मांसाहारी खाते हैं उनकी अपेक्षा शाकाहारी खाना खाने वाले लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाते हैं. रिसर्च के अनुसार, यह जानकारी द लैंसेट में दी गई है. तो चलिए आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में.
अल्ट्रा प्रोसेसड फूड आमतौर पर खाद्य पदार्थों में एक से अधिक सामग्री में होती है जो आपको रसोई में शायद ही कभी मिलती है. इनमें कई ऐसे योजक तत्व शामिल होते हैं जिनका आमतौर पर घर के खाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है. जैसे स्वाद बढ़ाने वाले रंग और अन्य कैमिकल आदि. ऐसे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन आपके स्वास्थय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने में सोडियम, फैट और शर्करा अधिक होता है जो दिल की बीमारियों, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसे कई बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकती हैं. ऐसे फूड्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है जो बल्ड प्रेशर को तेजी से बढ़ा सकते हैं इससे डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है.
वहीं इस फूड में काफी चीनी, कैलोरी और अनहेल्दी फेट होता है. इनके अधिक सेवन से मोटापा और इससे संबंधित समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है. इनमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होता है जिससे डाइजेसट करने में भी काफी समस्या होती है और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती है.
प्लांट बेस्ड डाइट खाने वाले लोगों पर जब रिसर्च किया गया तो जो रिजल्ट सामने आए वो काफी चौंकाने वाले थे. रिसर्च में सामने आया कि शाकाहारी लोगों में रेड मीट खाने वाले लोगों की तुलना में 1.3 प्रतिशत अधिक लोगों ने अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खाया और वहीं वीगन लोगों ने भी रोजाना रेड मीट खाने वाले लोगों की तुलना में 1.2 प्रतिशत अधिक अल्ट्रा-प्रोसेसड फूड खाया.
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आज के दौर में प्लांट बेस्ड फूड दाल और चावल ताजे फल और सब्जियों के बराबर नहीं हो सकते. अक्सर जब लोग मांस खाने से बचते हैं तो वे इन फूड्स के ऑपशंस जैसे रेडी टू ईट मील जैसे फूड्स रिप्लेस कर लेते हैं जिनमें कैलोरी अधिक होती है अनहेल्दी फैट, नमक, चीनी और सभी प्रकार के तत्व पाए जाते हैं. पहले भी एक रिसर्च में पता चला था कि प्लांट बेस्ड अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के सेवन से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा अधिक होता है. साथ ही कैंसर और कार्डियोमेटाबोलिक मल्टीमॉर्बिडिटी का खतरा बढ़ जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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