मधुमेह (डायबिटीज) एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जो शरीर में अनेक अन्य बीमारियों को जन्म देती है और धीरे-धीरे शरीर को कमजोर करती जाती है. भारत में 2024-25 तक लगभग 8.94 करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित होंगे. बिगड़ती जीवनशैली के चलते मधुमेह अब हर परिवार का हिस्सा बनता जा रहा है और आने वाले वर्षों में इसके मामलों में और बढ़ोतरी की आशंका है.
तो आइए जानते हैं कि मधुमेह और प्रीडायबिटीज क्या है.
जब रक्त में शुगर का स्तर सामान्य और मधुमेह के बीच बना रहता है, तो उसे प्रीडायबिटीज कहा जाता है. यह मधुमेह की पूर्व अवस्था है, जो समय रहते पहचान ली जाए तो डायबिटीज को रोका जा सकता है.
हमारे शरीर में स्थित पैंक्रियाज एक महत्वपूर्ण अंग है, जो इंसुलिन नामक हार्मोन बनाता है. इंसुलिन रक्त में मौजूद शुगर को कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम करता है.
जब हम अत्यधिक मात्रा में चीनी और कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं, तो शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. इस स्थिति में पैंक्रियाज ज्यादा इंसुलिन बनाता है.
समय के साथ शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस विकसित हो जाता है, यानी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं. इस प्रक्रिया के चलते अंततः पैंक्रियाज कमजोर हो जाता है और इंसुलिन बनाना कम कर देता है, जिससे प्रीडायबिटीज डायबिटीज में बदल जाती है.
यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है. किसी भी स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह अवश्य लें.
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-भारत एक्सप्रेस
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