पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो शो ‘मन की बात’ के 100 एपिसोड पूरे होने का जश्न बड़े स्तर पर आयोजित किया जा रहा है. इस भव्य आयोजन में जाने-माने कलाकारों की प्रदर्शनी होगी. इसके अलावा दिल्ली के लाल किला और कोणार्क के सूर्य मंदिर जैसे प्रतिष्ठित विरासत स्थलों में प्रोजेक्शन मैंपिंग की जाएगी. साथ ही अमर चित्र कथा कॉमिक्स बुक, जिसमें व्यक्तियों और विषयों का उल्लेख किया गया है, इसके जरिए भी कार्यक्रम को भव्य तरीके से मनाया जाएगा.
पीएम मोदी सामाजिक महत्व के विषयों और सरोकारों पर प्रति माह रेडियो प्रसारण के जरिए देश के नागरिकों से जुड़ते हैं. हर महीने के आखिरी रविवार को मन की बात का प्रसारण किया जाता है. यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो वार्ता के माध्यम से देश के युवाओं को अपने साथ कनेक्ट कर लिया है.
भारत 1.4 बिलियन से अधिक लोगों का देश है, जिसमें युवाओं का एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा शामिल है. देश के भविष्य को आकार देने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनकी राय तथा विचार मायने रखते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मर्म को समझा है और देश के युवाओं को जोड़ने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की है.
‘मन की बात’ कार्यक्रम को 2014 में तब शुरू किया गया जब नरेंद्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री बने. यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होने के अलावा इंटरनेट और मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध है.
कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के नागरिकों के साथ जुड़ना और देश से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री के विचारों को साझा करना है. यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री को भारत के लोगों से सीधे बात करने और उनके विचारों और चिंताओं को समझने के लिए एक मंच प्रदान करता है.
कार्यक्रम विशेष रूप से भारत के युवाओं के साथ काफी सफल रहा है. प्रधानमंत्री के पास उनसे जुड़ने की यह अनूठी क्षमता है. नरेंद्र मोदी की बातचीत की एक अलग शैली है और वे सरल भाषा का उपयोग करते हैं, जिसे समझना आसान है. प्रधानमंत्री के भाषण अक्सर उपाख्यानों और कहानियों से भरपूर होते हैं जो उन्हें भरोसेमंद और आकर्षक बनाते हैं.
कार्यक्रम ने भारत के युवाओं को अपनी राय और विचारों को आवाज देने के लिए एक मंच भी दिया है. पीएम मोदी अक्सर विभिन्न मुद्दों पर भारत के लोगों से सुझाव और प्रतिक्रिया आमंत्रित करते हैं और युवा कार्यक्रम में योगदान देने में सक्रिय रहे हैं. मन की बात प्रसारण के पहले पंद्रह संबोधनों में 61,000 से अधिक आइडियाज ऑनलाइन दर्ज किए गए और 1.43 लाख श्रोताओं के ऑडियो रिकॉर्डिंग्स हासिल हुए. हर महीने प्रसारण में सावधानी से चुने गए कुछ कॉल शामिल किए जाते हैं.
कार्यक्रम ने भारत के युवाओं को देश की निर्णय लेने की प्रक्रिया में स्वामित्व और भागीदारी की भावना पैदा की है. ‘मन की बात’ भारत के युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत रही है. प्रधानमंत्री अक्सर असाधारण काम करने वाले आम लोगों की कहानियों को साझा करते हैं और इन कहानियों ने भारत के युवाओं को देश के लिए अपना काम करने के लिए प्रेरित किया है. कार्यक्रम ने भारत के युवाओं को सामाजिक मुद्दों को उठाने और देश के विकास में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
इस कार्यक्रम की सफलता का आकलन करने के उद्देश्य से 2014 के एक सर्वेक्षण में यह पाया गया कि 66.7% लोगों ने प्रधानमंत्री की बातों को सुना और इसे लाभदायक माना. 2017 के AIR पोल के अनुसार, बिहार, गुजरात और मध्य प्रदेश राज्यों में श्रोताओं की संख्या सबसे अधिक थी, जिन्होंने मन की बात को सुना.
मन की बात ऑल इंडिया रेडियो के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत बन गया. 2015 में मन की बात के लिए 10-सेकंड के विज्ञापन की लागत 2 लाख (US$2,500) थी, जबकि मानक AIR मूल्य सीमा 500 (US$6.30) से 1,500 (US$19) प्रति 10 सेकंड थी.
12 अमर चित्र कथा कॉमिक किताबों की पहली सीरीज 30 अप्रैल को रिलीज की जाएगी और बाकी अगले एक साल की अवधि में जारी की जाएंगी. बच्चों की लोकप्रिय किताबों में उनकी अधिकांश कॉमिक्स, उनकी आत्मकथाएं और लोककथाएं – जो धार्मिक किंवदंतियों और महाकाव्यों, ऐतिहासिक आंकड़ों पर आधारित हैं.
केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि सभी सीबीएसई और केंद्रीय बोर्ड के स्कूलों में कॉमिक किताबों की मुफ्त प्रतियां वितरित की जाएंगी. हालांकि, प्रकाशक खुले बाजार में किताबें बेच सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रकाशकों से बाजार दर के 40-60 फीसदी मूल्य पर किताबें खरीदी हैं.
मन की बात देश भर के 13 प्रतिष्ठित ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों में प्रोजेक्शन मैपिंग शो की थीम भी होगी, इनमें लाल किला, चित्तौड़गढ़ किला, गोलकुंडा किला, कोणार्क में सूर्य मंदिर, असम का रामगढ़ किला, तमिलनाडु में वेल्लोर का किला और दिल्ली में पीएम संग्रहालय शामिल हैं.
संस्कृति मंत्रालय ने ‘जन शक्ति’ शीर्षक से ‘मन की बात’ थीम पर पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी आयोजित की है. मनु पारेख, परेश मैटी, जी.आर. इरन्ना और मंजूनाथ कामथ जैसे जाने-माने कलाकारों की कृतियों चित्रित किया जाएगा. प्रदर्शनी का उद्घाटन 30 अप्रैल को राजधानी की नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में प्रसिद्ध चित्रकार अंजलि एला मेनन द्वारा किया जाएगा. इन 12 विषयों में जल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, कोरोना महामारी के बारे में जागरूकता, स्वच्छ भारत अभियान और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन शामिल हैं.
अपनी पहुंच, प्रधानमंत्री की उनसे जुड़ने की क्षमता, अपनी राय और विचारों को व्यक्त करने के लिए मंच प्रदान करने और इससे मिलने वाली प्रेरणा के कारण भारत के युवाओं का ‘मन की बात’ से जुड़ाव हो गया है. यह हैरानी की बात नहीं है कि ‘मन की बात’ भारत में सबसे लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रमों में से एक बन गया है और यह देश के युवाओं के लिए प्रधानमंत्री की पहुंच का प्रतीक बन गया है.
-भारत एक्सप्रेस