खेल

कमरे में मृत पाए गए पूर्व हॉकी खिलाड़ी राजीव मिश्रा, जूनियर वर्ल्ड कप में कमाया था खूब नाम, मगर चोट के बाद फेडरेशन ने फेर लिया मुंह

Rajeev Kumar Mishra: भारत के पूर्व जूनियर हॉकी खिलाड़ी राजीव कुमार मिश्रा रहस्यमय परिस्थितियों में वाराणसी के सरसौली इलाके में अपने आवास पर मृत पाए गए. उनके घर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. सूत्रों के मुताबिक 46 वर्षीय राजीव की मौत कुछ दिन पहले ही हुई होगी. एक समय भारतीय हॉकी के अगले स्टार के तौर पर देखे जाने वाले राजीव इस तरह दुनिया को अलविदा कह देंगे, शायद ही किसी ने सोचा होगा. वाराणसी में उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में सीआईटी के पद पर तैनात होने के कारण वह अकेले रहते थे. उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं, जो लखनऊ में रहते हैं.

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने राजीव के दुखद निधन पर शोक व्यक्त किया. टिर्की ने ट्वीट किया, ‘‘प्रतिभाशाली पूर्व जूनियर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी राजीव मिश्रा के असामयिक निधन के बारे में सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है. खेल के प्रति उनका जुनून और समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक था. उनके परिवार, दोस्तों और पूरे हॉकी समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है.’’ बिहार के हाजीपुर के लीलुदाबैत गांव के रहने वाले राजीव अपने घुंघराले लंबे बालों के लिए प्रसिद्ध थे.

1997 में लंदन में जूनियर विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद राजीव को भारतीय हॉकी का अगला बड़ा सितारा माना जाने लगा था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. लोगों को लगता था कि एस्ट्रो टर्फ में इस खिलाड़ी के करीब भी कोई नहीं होगा और यह हॉकी में अलग मुकाम हासिल करेगा. लेकिन हर सपना पूरा नहीं होता है और राजीव को बुलंदियों पर देखने का उनके चाहने वालों का यह सपना भी अधूरा ही रह गया.

ये भी पढ़ें: ODI WC 2023: “सरकार तय करेगी भारत जाना है या नहीं”, PCB के इस बयान ने मचाई हलचल

फेडरेशन ने नहीं की मदद

राजीव के बचपन के कोच प्रेम शंकर शुक्ला ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि राजीव की असामयिक मृत्यु भारतीय हॉकी के लिए एक बड़ा झटका है. वह असाधारण कौशल वाले हॉकी खिलाड़ी थे. नीदरलैंड में खेले गये 1998 विश्व कप में उनके घुटने में गंभीर चोट लगी गयी थी जिसके बाद उनका करियर परवान नहीं चढ़ सका. उन्हें उस समय खेल की तत्कालीन आईएचएफ से इलाज और रिहैबिलिटेशन के लिए मदद नहीं मिली थी.

शुक्ला ने कहा कि आईएचएफ ने राजीव का बिल्कुल भी समर्थन नहीं किया. उन्होंने कभी भी उसके मेडिकल खर्च या किसी भी चीज का ख़्याल नहीं रखा. वह इसके बाद गुमनामी में चला गया. किसी ने उसकी परवाह नहीं की और इस तरह से हमने एक उभरता हुआ सितारा खो दिया.

-भारत एक्सप्रेस

कमल तिवारी

Recent Posts

दिल्ली हाई कोर्ट ने Saket Gokhale को मानहानि मामले में जारी किया नोटिस, जानें क्या है पूरा मामला

दिल्ली हाई कोर्ट ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले को लक्ष्मी पूरी की याचिका…

16 mins ago

उत्तराखंड जोशीमठ-नीती हाइवे पर बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू

यहां हर वर्ष दिसंबर से अप्रैल तक भोलेनाथ बाबा बर्फानी के रूप में विराजमान होते…

35 mins ago

Madhya Pradesh: सौरभ शर्मा मामले में ED की हुई एंट्री, मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज, DRI भी जांच में जुटी

भोपाल के मिंडोरा इलाके में एक लावारिस कार में बड़ी मात्रा में नकद और कीमती…

1 hour ago

सीएम योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती पर किसानों को किया सम्मानित

Chaudhary Charan Singh Birth Anniversary: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की…

2 hours ago

Delhi HC 24 दिसंबर को बीजेपी की याचिका पर करेगा सुनवाई, CAG रिपोर्ट विधानसभा में पेश करने की मांग

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट…

2 hours ago

पीएम मोदी ने 71 हजार युवाओं को बांटा नियुक्ति पत्र, बोले- भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाषा एक समय हाशिए पर रहने वाले समुदायों के…

2 hours ago