India-Canada Row: कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो का कबूलनामा, आरोप लगाने से पहले नहीं दिए थे सबूत
Video: भारत और कनाडा कूटनीतिक विवाद जारी है. इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने खुलासा किया है पिछले 10 सालों से अधिक समय से कनाडा सरकार के पास 26 प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित हैं, जिनमें कुछ कट्टर खालिस्तानी चरमपंथियों और अपराधियों के बारे में भी है, जो भारत में वांछित हैं. हालांकि कनाडा सरकार ने इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की है.
Canada के पास 10 साल से लंबित हैं 26 प्रत्यर्पण अनुरोध, चरमपंथियों पर लगाम लगाने में विफल रही ट्रूडो सरकार: विदेश मंत्रालय
प्रत्यर्पण अनुरोधों में Lawrence Bishnoi Gang के लोग भी शामिल हैं. भारत सरकार ने जस्टिन ट्रूडो सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए या कानून के अनुसार उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.
भारत को बिना कोई सबूत दिखाए आरोप लगाने पर कनाडाई मीडिया ने की ट्रूडो की खिंचाई, जानें अखबारों ने क्या छापा
कनाडाई मीडिया और विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाने और सिख उग्रवाद को कनाडा की विदेश नीति को प्रभावित करने की छूट देने के लिए आलोचना की है.
पश्चिम का ‘पाकिस्तान’ बन रहा कनाडा
अगर बात वाकई इतनी आगे जा चुकी है तो सत्ता बचाने के चक्कर में ट्रूडो निश्चित ही आग से खेल रहे हैं। और इस बात को उनके अलावा पूरी दुनिया समझ रही है।
भारत में आतंकी हमले की फिराक में था निज्जर, पाक में ली थी हथियारों की ट्रेनिंग, डोजियर में बड़ा खुलासा
India Canada tension: डोजियर के मुताबिक, निज्जर साल 1980 और 1990 के दशक में KTF के आतंकवादियों के साथ जुड़ा था. इसके साल 2012 में उसकी रिश्ते केटीएफ के मुखिया जगतार सिंह तारा के साथ काफी मजबूत हो गए थे
भारत के ‘पंजे’ ने निकाली कनाडा की हेकड़ी, बेबुनियाद आरोप लगाकर चौतरफा घिरे ट्रूडो
India Canada Tension: विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर मामले पर भारत के साथ कोई विशेष जानकारी शेयर नहीं की है.