महावीर स्वामी का 2550 वां निर्वाण वर्ष: कल्याणक महोत्सव में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने तीर्थंकर को किया नमन, समझाई सत्य-अहिंसा की अहमियत
हमारे वेद, पुराण, सभी उपनिषद्, रामायण, महाभारत, गीता, जैनग्रंथ, बौद्ध, त्रिपिटक तथा गुरुग्रन्थ साहिब में संतों की वाणी, यह भारत की श्रेष्ठ ज्ञान निधि हैं। और, महावीर स्वामी के 2550 वें निर्वाण वर्ष में आज भी उनके विचार प्रासंगिक हैं।