Bharat Express

pan masala

न्यायालय ने कहा कि पान मसाला कंपनियों द्वारा विनियमन को चुनौती देना अपने स्वार्थ से प्रेरित है ताकि उनके पान मसाला ब्रांडों की बिक्री को सुरक्षित रखा जा सके, जो विनियमन का अनुपालन करने पर प्रभावित हो सकता है.

गुटखा-पान पर “विशिष्ट कर आधारित शुल्क” 38 प्रतिशत का प्रस्ताव पेश किया गया है. वर्तमान समय में गुटखा-पान पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है