Kalki Mahotsav: हाल ही में उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित कल्कि धाम में आयोजित 108 कुंडीय महायज्ञ में मुस्लिम समुदाय के डॉ. मरघूब त्यागी ने गर्भगृह में पूजा-अर्चना की. इसके अलावा उन्होंने शिलादान महायज्ञ में भी हिस्सा लिया.
डॉ. मरघूब ने इस महायज्ञ में स्वर्ण शिला का दान कर धार्मिक एकाकता का उदाहरण प्रस्तुत किया. उनका यह कदम समाज में धार्मिक सद्भावना और सौहार्द्र की मिसाल है. बता दें कि कल्कि धाम में हुए 108 कुंडीय महायज्ञ न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इससे समाज में आपसी सहयोग, भाईचारे और एकता का मजबूत संदेश भी दिया.
बीते दिनों कल्कि धाम में 108 कुंडीय महायज्ञ और शिलादान कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया है. इसमें देश के प्रमुख साधु-संतों ने भाग लिया था. इस अवसर पर जूनापीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे. उन्होंने भी इस महायज्ञ में स्वर्ण शिला का पूजन किया.
स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि श्रीकल्कि धाम में भगवान कल्कि का आगमन निश्चित है. सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए श्री कल्कि अवतार होना है. पवित्र कार्तिक मास में जब चंद्र की कौमुदीय कला अमृत वर्षण कर रही है, ऐसे में भगवान श्री कल्कि का उत्सव मनाया जा रहा है. यह भगवान का अनुग्रह ही है कि हम कल्कि महोत्सव के साक्षी बने हैं.
भारत एक्सप्रेस
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र के हिंगोली में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने गृह मंत्री…
रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर अमेरिका के एक बेहद प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं. वे…
1857 की क्रांति के समय रोटी से जुड़ा आंदोलन भी हुआ था, जिसने अंग्रेजों को…
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग ने कहा है कि उनके देश में विभिन्न प्रकार…
एनजीटी ने बांधवगढ़ में 10 हाथियों की रहस्यमयी मौत पर स्वतः संज्ञान लिया, जिसमें कोदो…
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में अभी भी क्रिकेट ही सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल है. हालांकि,…