मौलाना मजीदी ने पीएम मोदी और अमित शाह को लिखा पत्र
देशभर में NIA और ED द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई ठिकानों पर छापेमारी और उनके काडरों की गिरफ्तारी से हड़कंप मचा हुआ है. पीएफआई की ओर से बाकायदा एक बयान जारी करते हुए इस कार्रवाई को असंवैधानिक और फासीवादी बताया गया है. जांच एजेंसियों ने ने पीएफआई के 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया.पीएफआई ने आज केरल बंद का आयोजन किया जिसमें कई जगहों पर तोड़फोड़ की खबर है. इस बीच पता ये चला है कि सूफी खानकाह एसोसिएशन के प्रेसीडेंट कौसर हसन मजीदी को सीमा पार से जान से मारने की धमकियां मिली हैं और उन्होंने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को खत लिखा है. कौसर हसन मजीदी वही शख्स हैं जो पीएफआई के खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं.कानपुर में हुए फसाद के बाद उन्होंने पीएफआई को प्रतिबंधित किये जाने की मांग की थी.
सूफी खानकाह एसोसिएशन के अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी ने पीएफआई पर बहुत संगीन आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले दो सालों से पीएफआई आईएसएईएस के लिए आतकी पैदा कर रहा है.मतलब ये कि पीएफआई हिंदुस्तान में जिहाद की फैक्ट्री तैयार करने में लगा था जिसका जिसका मुख्यालय केरल में है जहां से सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं.
मजीदी ने कहा कि पीएफआई जिस तरह की विचारधारा रखती है, वो देश के लिए ठीक नहीं है। यह संगठन देश के खिलाफ काम कर रहा है. इसने पिछले दो सालों से आईएसआईएस के लिए भारत में लड़ाकों की भर्ती की. मजीदी ने कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया समाज में जहर घोलने का काम कर रहा है.
मजीदी ने कहा कि पीएफआई के लोग मुस्लिम युवाओं को बहलाकर आतंकी बना रहे थे। उन्हें देश के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार कर रहे थे. धर्म परिवर्तन के जरिए ये आईएसआईएस के लिए तैयार कर रहे थे. मजीदी ने कहा कि पीएफआई को बैन करने की मांग हम काफी समय से करते आ रहे हैं, लेकिन इसे बैन करना कोई ठोस कदम नहीं होगा, क्योंकि जब तक इस तरह की विचारधारा पर लगाम नहीं लगाई जाती, तब तक ऐसे संगठन इसी प्रकार देशविरोधी कार्यों में शामिल रहेंगे.
-भारत एक्सप्रेस