फोटो सोशल मीडिया
Aligarh News: लोकसभा चुनाव-2024 के आने से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में किसी न किसी वजह से खलबली मची हुई है. विपक्षी दल लगातार कोई न कोई मुद्दा उठा कर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इसी तरह एक मामला अलीगढ़ से सामने आया है, जिसमें सपा प्रमुख अखिलेश के एक ट्वीट ने हड़कम्प मचा दिया है. तो वहीं इस मामले के वायरल होते ही पुलिस ने आनन-फानन में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
ये है भाजपा का अमृतकाल जब एक पिता अपने पुत्र को बेचने के लिए गले में तख़्ती लटकाकर बिलखने को मजबूर है।
इससे पहले कि ये तस्वीर दुनिया भर में फैल जाए और प्रदेश के साथ-साथ देश की छवि संपूर्ण विश्व में धूमिल करे, कोई तो सरकार को जगाए। pic.twitter.com/hZsKY3Hwa7
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 27, 2023
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक फोटो ट्वीट की है, जिसमें एक परिवार दिखाई दे रहा है और एक शख्स अपने बेटे को बेचने के लिए गले में तख्ती लटका कर बैठा है. अखिलेश ने इस फोटो पर ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है और कहा है, “ये है भाजपा का अमृतकाल जब एक पिता अपने पुत्र को बेचने के लिए गले में तख़्ती लटकाकर बिलखने को मजबूर है. इससे पहले कि ये तस्वीर दुनिया भर में फैल जाए और प्रदेश के साथ-साथ देश की छवि संपूर्ण विश्व में धूमिल करे, कोई तो सरकार को जगाए.” इस तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही पुलिस ने पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है तो वहीं खबर सामने आई है कि अपने बेटे को बेचने के लिए बीच सड़क पर बैठे पिता को सूदखोर ने रुपये न लौटाने पर जान से मारने की धमकी दी थी. इस मामले की जांच के सामने आने के बाद ही पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
जानें पूरा मामला
अलीगढ़ के महुआ खेड़ा क्षेत्र के निहार मीरा स्कूल के पास रहने वाले राजकुमार ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. उन्होंने मीडिया को जानकारी दी कि उसने जमीन खरीदने के लिए सूर्य विहार निवासी अपने रिश्तेदार चंद्रपाल से 50 हजार रुपये उधार रुपये लिए थे. राजकुमार ने आरोप लगाया कि अपने रुपए निकलवाने के लिए उसकी जमीन के कागजों को बैंक में रखवा कर लोन स्वीकृत करा दिया. राजकुमार ने बताया कि उसने अपने रिश्तेदार को थोड़ा-थोड़ा रुपया लौटाने का वादा किया था, लेकिन 21 अक्टूबर को आरोपी ने उसका ई-रिक्शा छीन लिया और उसे जान से मारने की धमकी देने लगा. राजकुमार ने पुलिस पर भी आरोप लगाया और बताया कि, उसने इस सम्बंध में थाने में भी शिकायत की थी, लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसी के बाद वह निराश होकर अपने बेटे को बेचने के लिए निकल पड़ा. क्योंकि उसके पास लौटाने के लिए रुपए नहीं हैं. बता दें कि गुरुवार को राजकुमार अपनी पत्नी व बच्चों के साथ कंपनी बाग चौराहे पर बैठ गए थे और गले पर तख्ती लटकाए थे, जिस पर लिखा था, “मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे बेटा बेचना है.” उन्होंने रोते हुए मीडिया से कहा कि, “मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा छह से आठ लाख रुपए में कोई खरीद ले, तो मैं सूदखोर का पैसा लौटा दूं.”
तहरीर में ये लगाया आरोप
बता दें कि तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही पुलिस राजकुमार को थाने ले आई थी और फिर उनकी पूरी बात सुनने के बाद राजकुमार की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है. राजकुमार ने तहरीर में कहा कि उसने छह हजार रुपये वापस कर दिए थे. 21 अक्टूबर को शाम चार बजे देवी नगला में आरोपी ने गाली गलौज करते हुए धमकी दी है. वहीं इस पूरे प्रकरण को लेकर एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने मीडिया को बताया कि राजकुमार ने अपने रिश्तेदार से रुपए उधार लिए थे. राजकुमार पैसे नहीं लौटा सका. इसी के बाद रिश्तेदार ने उसे धमकी दी थी. फिलहाल इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. वादी के बयान के आधार पर इस मामले में सूदखोरी की भी धारा जोड़ी जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस