सभापति जगदीप धनखड़ और राघव चड्ढा
Jagdeep Dhankhar raps Raghav Chadha: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को हाथ का इशारा करने के लिए चेतावनी दी है.दरअसल, बुधवार के लोकसभा सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा की विपक्ष की मांग पर हंगामे के बीच व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए विरोध करने के लिए राघव चड्ढा ने हाथ का इशारा किया था. इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए.
विपक्षी सांसदों ने 13 दिसंबर को संसद में “सुरक्षा उल्लंघन से उत्पन्न गंभीर स्थिति” पर चर्चा करने के लिए दिन के निर्धारित कामकाज को निलंबित करने की मांग की है. लेकिन धनखड़ ने नोटिस को मंजूरी नहीं दी और शून्यकाल के साथ आगे बढ़े. इसी दौरान पूरा विपक्ष विरोध में उतर आया और नारेबाजी करने लगा. इस बीच चड्ढा ने हाथ का इशारा करके व्यवस्था का प्रश्न उठाने की कोशिश की. सभापति ने इस इशारे पर आपत्ति जताई और कहा, “मिस्टर चड्ढा, आपको व्यवस्था का प्रश्न उठाने के लिए ऐसे इशारा करने की ज़रूरत नहीं है.”
मुंह का इस्तेमाल करें, हाथ का नहीं- सभापति धनखड़
आम आदमी पार्टी के सांसद को फटकार लगाते हुए सभापति धनखड़ ने आगे कहा, “अगर आप कुछ कहना चाहते हैं तो अपने मुंह का इस्तेमाल करें. हाथों से इशारा न करें. अब आपके लिए बहुत कुछ सीखने का समय है. ऐसा लगता है कि आप भी जल्द ही नाचने लगेंगे. अपनी सीट पर चुपचाप बैठे रहिए.” आपको इस सदन द्वारा पहले ही दंडित किया जा चुका है.”
बता दें कि राघव चड्ढा को इस साल अगस्त में संसद के मानसून सत्र के दौरान मीडिया के सामने “भ्रामक” तथ्य पेश करने के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. सदन ने 4 दिसंबर को एक प्रस्ताव के जरिए उनका निलंबन खत्म कर दिया और उन्हें कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति दी गई.
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सांसदों ने की गृह मंत्री से चर्चा की मांग
इस बीच, विपक्षी सांसदों ने मांग की है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सुरक्षा उल्लंघन पर एक बयान देना चाहिए और उसके बाद चर्चा करनी चाहिए. संसदीय कार्यवाही बार-बार बाधित होती है. विपक्ष के विरोध के बाद राज्यसभा सभापति ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. उन्होंने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सदन के नेता पीयूष गोयल और अन्य सदन के नेताओं को अपने कक्ष में उनसे मिलने के लिए भी कहा.
सुबह के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्षी सदस्य फिर से उग्र हो गए और बुधवार के सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा की मांग करने लगे. धनखड़ ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया क्योंकि सदन में व्यवस्था बनाए रखने के उनके बार-बार अनुरोध का कोई नतीजा नहीं निकला. सदन अब 18 दिसंबर को फिर से बैठेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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