पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी
UP Excise Policy: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) एक बार फिर से अपनी ही सरकार के खिलाफ उतर गए हैं और योगी सरकार के एक फैसले का जमकर विरोध किया है. दरअसल यूपी सरकार द्वारा प्रदेश के रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर प्रीमियम ब्रांड शराब बेचने की अनुमति देने पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अब रामराज्य में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने का विकल्प नहीं है. बता दें कि इस मामले में इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी योगी सरकार को खरी-खोटी सुना चुके हैं. ऐसे में अब वरुण गांधी की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद माना जा रहा है कि इसे विपक्षी दल भुनाने की कोशिश कर सकते हैं.
वरुण ने कही ये बात
बता दें कि योगी सरकार के फैसले के खिलाफ वरुण गांधी ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा है, करोड़ों परिवार उजाड़ने वाली शराब का ‘राजस्व वृद्धि’ के लिए प्रचार किया जाना दुखद है. शराब का नकारात्मक असर शराबी से अधिक उनके परिवार पर पड़ता है, महिलाओं व बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. क्या ‘रामराज्य’ में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं है?’
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अखिलेश ने कही थी ये बात
मालूम हो कि योगी सरकार के शराब को लेकर किए गए इस फैसले पर विपक्षी दल लगातार हमला बोल रहे हैं. इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि, क्या अब भाजपा सरकार के पास प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने के लिए यही रास्ता बचा है. इसी के साथ अखिलेश ने ये भी कहा था कि इसका मतलब तो यही हुआ कि प्रदेश में लाखों-करोड़ों के निवेश का जो दावा किया गया, वो झूठा है. बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था, “प्रिय प्रदेशवासियों, उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार के पास एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए क्या यही एक रास्ता बचा है कि शराब रेलवे, मेट्रो स्टेशन व क्रूज पर बेची जाए. इसका मतलब ये हुआ कि लाखों-करोड़ों के निवेश के जो भी दावे किए गए थे, वो सब झूठे साबित हुए हैं, तभी तो सरकार ऐसे अनैतिक रास्तों को अपना रही है.” इसी पोस्ट में आगे उन्होंने कहा था कि आज शराब बिक रही है कल को दूसरे और भी मादक पदार्थ सार्वजनिक जगहों पर बेचे जाएंगे.’ इसी के साथ भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि ‘अगर भाजपाई समझते हैं कि शराबखोरी इतनी ही अच्छी है तो अपने कार्यालयों से बेचें, सार्वजनिक स्थलों को अराजकता और अपराध का केंद्र न बनाएं. सरकार ऐसे फैसलों से घर-परिवार को बर्बाद न करे. महिलाएं और बच्चे जानते हैं कि शराब किस प्रकार घरेलू हिंसा से लेकर सार्वजनिक हिंसा का कारण बनती है और युवाओं के लिए घातक साबित होती है. इस फैसले के विरोध में प्रदेश की महिलाएं, परिवारवाले और युवा, भाजपा को हटाने का फैसला करेंगे. शराब और अपराध का गहरा संबंध होता है. ये भाजपा राज में अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के जीरो हो जाने का एक और उदाहरण बनेगा.”
-भारत एक्सप्रेस
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