चादर सौंपते पीएम मोदी
Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान की धार्मिक नगरी अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में 812वां उर्स शुरू हो गया है. यह उर्स सांप्रदायिक सौहार्द और कौमी एकता की मिसाल है. यहां देशभर से हजारों जायरीन ख्वाजा की दरगाह पर जियारत करने आए हैं. वे मजार पर चादर और अकीदत के फूल पेश कर दुआ कर रहे हैं. जल्द ही पीएम मोदी की चादर भी मजार शरीफ पर चढ़ाई जाएगी. 11 जनवरी को पीएम मोदी ने अपने कार्यालय में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रतिनिधित्व में मुस्लिम समुदाय के एक विशेष प्रतिनिधि मंडल को चादर सौंपी. इस अवसर पर केन्द्रीय अप्लसंख्यक मंत्री श्रीमति स्मुति ईरानी, दिल्ली स्टेट हज कमेटी की चेयरपर्सन मोहतरमा कौसर जहां और अन्य गण्मान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे. यह प्रतिनिधी मंडल पीएम मोदी की ओर से अजमेर में चादर चढ़ाएंगे.
इस साल 10वीं चादर भेज रहे हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी इस्लाम धर्म का सम्मान करते हुए हर साल अजमेर दरगाह शरीफ पर चादर भेजते हैं. इस साल 10वीं बार पीएम मोदी की चादर चढ़ाई जाएगी. पिछले साल मोदी ने भगवा रंग की बेडशीट भेजी थी. इससे पहले मोदी सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी चादर पेश करने पहुंचे थे.
पीएम मोदी ने पिछले साल संदेश में कही थी ये बात
पिछले साल पीएम मोदी ने चादर के साथ एक संदेश भी भेजा था. संदेश में कहा गया, ”ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर दुनियाभर में उनके अनुयायियों को बधाई और शुभकामनाएं. मैं उस महान सूफी संत को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने संदेश भेजकर दुनिया को प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का संदेश दिया.” वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ के लिए एक चादर.” भारत में विभिन्न संप्रदायों, मान्यताओं और आस्थाओं का सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व हमारे देश की समृद्ध विरासत है. हमारे देश में संतों, पीरों और फकीरों ने हमेशा शांति, एकता और सद्भावना के संदेश के माध्यम से देश के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध किया है. संबल प्रदान किया है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भारत की महान आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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