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Kala Hakik Stone: राहु और केतु से बचाता है यह रत्न, पहनने से पहले जान लें कुछ खास बातें

Kala Hakik Stone: काला हकीक धारण करने के कई फायदे हैं. हालांकि कई बार बिना जानकारी के केवल दिखावे के लिए रत्नों को धारण करना परेशानी का सबब बन जाता है.

Kala-Hakik

काला हकीक

Kala Hakik Stone: ज्योतिषियों के अनुसार रत्न कुंडली में किसी भी ग्रह की ताकत को घटा या बढ़ा सकते हैं. कुछ खास तरह के रत्न हमेशा ही लोगों की जिज्ञासा का विषय रहे हैं. आज हीरा से लेकर नीलम तक और पन्ना से लेकर पुखराज तक रत्नों से जुड़ी कई कहानियां और उनके प्रभावों की वजह से लोगों का रुझान रत्नशास्त्र में बढ़ रहा है.

इन रत्नों के अलावा काला हकीक रत्न के बारे में कहा जाता है कि यह व्यक्ति की किस्मत रातो रात बदल सकता है. ज्योतिषाचार्य पंडित जितेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार यह एक ऐसा रत्न है, जिसे लोग कुंडली में राहु और केतु जैसे अशुभ ग्रहों के प्रकोप से बचने के लिए पहनते हैं.

इसके अलावा काला हकीक धारण करने के कई और फायदे हैं. हालांकि कई बार बिना जानकारी के केवल दिखावे के लिए रत्नों को धारण करना परेशानी का सबब बन जाता है. इसलिए इससे बचने के लिए रत्नों को धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषि से कुंडली का विश्लेषण करवाना आवश्यक है.

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काला हकीक के फायदे

काला होने के कारण काला हकीक पत्थर किसी भी तरह की बुरी नजर से बचाता है. बात करें कुंडली के अनुसार तो राहु और केतु के अनिष्टकारी होने पर भी इसे धारण करने की सलाह दी जाती है. माना जाता है कि इसे पहनने वाले व्यक्ति का रुझान धर्म-कर्म में बना रहता है. उसके अंदर आध्यात्मिक जगत को जानने की जिज्ञासा भी जागृत हो जाती है. व्यापार क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी इसे पहनने से लाभ मिलता है. वहीं परीक्षा देने वाले प्रतियोगी भी इसे धारण कर सकते हैं. लेकिन इसे पहनने से पहले एक बार अपने ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें.

धारण करते वक्त रखें इस बात का ख्याल

काला हकीक को पहनने से पहले कई नियमों को ध्यान में रखना जरूरी है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार काले हकीक को धारण करने के लिए मंगलवार या शनिवार का दिन उत्तम रहता है. बात करें कि इसे किस धातु में पहना चाहिये तो इसे चांदी में मढ़वाकर पहनना चाहिए. वहीं इसका वजन 8 से 10 रत्ती से कम नहीं होना चाहिए. लेकिन इसे पहनने के लिए आपको सूर्योदय से पहले ही उठकर इसे धारण करना होगा. इस दौरान 108 बार शनि और मंगल के बीज मंत्र  का जाप करना चाहिए. अगर 24 घंटे के अंदर किसी तरह का नुकसान हो तो इसे तुरंत निकाल दें.



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