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विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग में सुधार, जानें- RSF की रिपोर्ट में चीन और पाकिस्तान की स्थिति

Reporters Without Borders या RSF दुनिया के 180 देशों और क्षेत्रों में प्रेस की स्वतंत्रता की स्थिति का अंदाजा लगाने के साथ पत्रकारों और मीडिया को मिलने वाली आजादी के स्तर की तुलना करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक तैयार करता है.

World Press Freedom Index

सांकेतिक तस्वीर.

World Press Freedom Index 2024: रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स (RSF) ने दुनिया के 180 देशों की प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2024 को जारी किया है, जिसमें पिछले साल की तुलना में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है. पिछले साल भारत इस लिस्ट में 161वें नंबर पर था, वहीं 2024 की इस रिपोर्ट में 2 पायदान नीचे खिसक गया है.

159वें नंबर पर भारत

RSF की इस रिपोर्ट में भारत को 159वें नंबर पर जगह दी गई है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक एक फ्रांसीसी गैर-सरकारी संगठन RSF, जिसे रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा जारी किया गया है. यह संगठन सूचना की स्वतंत्रता के अधिकार (Right to Freedom of Information) की रक्षा करने का प्रयास करता है.

सूची के टॉप-10 देश

प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 91.89 ग्लोबल स्कोर के साथ नार्वे सबसे ऊपर है. इसके बाद दूसरे नंबर पर डेनमार्क (89.6), तीसरे पर स्वीडन (88.32), चौथे पर नीदरलैंड्स (87.73) और पांचवें नंबर पर फिनलैंड (86.55) है. इसके अलावा छठे नंबर पर एस्टोनिया (86.44), सातवें पर पुर्तगाल (85.9), आठवें नंबर पर आयरलैंड (85.59), नौवें नंबर पर स्वीट्जलैंड (84.01) और 10वें नंबर पर जर्मनी (83.84) है.

प्रेस स्वतंत्रता में निचले पायदान के 10 देश

प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 16.64 ग्लोबल स्कोर के साथ एरिट्रिया सबसे नीचे यानी 180 नंबर पर है. 179 नंबर पर सीरिया (17.41), 178 नंबर पर अफगानिस्तान (19.09), 177 नंबर पर उत्तर कोरिया (20.66) और 176 नंबर पर ईरान (21.3) हैं. इसके अलावा 175 नंबर पर तुर्कमेनिस्तान (22.01), 174 नंबर पर वियतनाम (22.31), 173 नंबर पर बहरीन (23.21), 172 नंबर पर चीन (23.36) और 171 नंबर पर म्यांमार (24.41) हैं.

अमेरिका, ब्रिटेन और चीन का नंबर

इन देशों के अलावा कनाडा 14वें और यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) 23वें नंबर पर है. इस सूची में अमेरिका 55वें नंबर पर है. यूक्रेन जहां 61वें पायदान पर है तो रूस 162वें नंबर पर है. जापान 70वें, नेपाल 74वें, थाइलैंड 87वें स्थान पर है. सूची में इजरायल 101वें पायदान पर है, जबकि फिलिस्तीन को 157वें नंबर पर रखा गया है. इंडोनेशिया 111 नंबर, बांग्लादेश 165वें और चीन 172वें नंबर है.

180 देशों की जारी होती है सूची

RSF दुनिया के 180 देशों और क्षेत्रों में प्रेस की स्वतंत्रता की स्थिति का अंदाजा लगाने और पत्रकारों और मीडिया को मिलने वाली आजादी के स्तर की तुलना करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक संकलित करता है. बता दें कि इस लिस्ट में भारत को चीन, सऊदी अरब, बांग्लादेश के साथ गंभीर श्रेणी में रखा गया है. इस सूचकांक में पाकिस्तान 152वें, श्रीलंका 150वें और तुर्की 158वें नंबर पर है.

RSF क्या करता है

RSF दुनिया के 180 देशों और क्षेत्रों में प्रेस की स्वतंत्रता की स्थिति का अंदाजा लगाने और पत्रकारों और मीडिया को मिलने वाली आजादी के स्तर की तुलना करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक संकलित करता है.

हाल ही में RSF ने 2024 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक जारी किया, जो पत्रकारिता, रिपोर्टिंग और मीडिया कामकाज की स्वतंत्रता के आधार पर 180 देशों को रैंक करता है. यह विभिन्न देशों में प्रेस की स्वतंत्रता की स्थिति का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है.

इसके अलावा यह पत्रकारों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी प्रकाश डालता है, जिससे प्रेस की स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलता है और सरकारों को पत्रकारों और उनके काम की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

किस आधार पर बनती है रिपोर्ट

इस रिपोर्ट को बनाने के लिए 5 चीजों का ध्यान रखा जाता है, जिसमें राजनीति, कानूनी ढांचा, आर्थिक संदर्भ, सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ और पत्रकारों की सुरक्षा शामिल है. सूचकांक एक कैलेंडर (जनवरी-दिसंबर) वर्ष में प्रेस और पत्रकार द्वारा सामना की गई स्थिति को ध्यान में रखकर बनाया जाता है.

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-भारत एक्सप्रेस



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