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जानिए किन दो गांवों पर बकाया है 2 करोड़ रुपये का बिजली बिल, जहां ट्रांसफार्मर हटाने गई टीम पर किया गया ईंट-पत्थरों से हमला

यहां लोगों पर करीब 4 साल से बिजली विभाग का दो करोड़ से अधिक राशि का बिजली बिल बकाया है. बिजली विभाग ने अनेक बार बकाया बिजली बिल जमा कराने के लिए प्रयास किए, लेकिन राजनीतिक दखल की वजह से डिफाल्टर उपभोक्ता बिल जमा नहीं कराते. हर बार डिस्कॉम के अधिकारियों को निराशा हाथ लगी.

electricity department-team

बिजली विभाग की टीम

राजस्थान में यूं तो तापमान तक़रीबन हमेशा ही बढ़ा रहता है, लेकिन जब देश में आम चुनाव हों और मई का महीना हो तो तापमान भला कैसे कम रह सकता है? राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से गर्मी की वजह से तापमान बहुत बढ़ा हुआ है. लगभग आग उगलने वाली गर्मी से लोग हलकान हैं. बिजली की अत्यधिक डिमांड की वजह से बिजली ट्रिप हो जा रही है तो कहीं ट्रांफॉर्मर जल जा रहे हैं, जिसकी वजह से बिजली कटौती की समस्या का सामना करना पड़ रहा है और बिजली कटौती की वजह से कई इलाकों में जल संकट की समस्या भी सामने आ रही है.

इस भीषण गर्मी के बीच एक हैरान करने वाला घटनाक्रम राजस्थान के धौलपुर जिले में घटित हुआ है. जहां के दो गांवों पर बिजली विभाग का दो करोड़ रुपए बकाया होने पर बुधवार को उस समय बड़ा हंगामा हो गया जब विभागीय टीम ट्रांसफार्मर जब्त कर वहां से हटाने पहुंची. ट्रांसफार्मर जब्त करने गई विद्युत विभाग और पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर हमला कर दिया. इसके बाद धौलपुर के बड़ागांव और सिंगरौली में भारी तादाद में पुलिस बल के जवान तैनात करने के बाद दोनों गांव छावनी में तब्दील हो गए. ग्रामीणों के पथराव के बाद पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्यवाही में आंसू गैस के गोले दागे.

Apart from Jharkhand, this country will get electricity from Godda's Adani Power Plant

 

दरअसल यह पूरी कहानी धौलपुर के मनिया थाना क्षेत्र के सिंगरौली गांव की है. जहां ट्रांसफार्मर को जब्त करने गई पुलिस एवं डिस्कॉम की टीम पर ग्रामीणों ने लामबंद होकर पर पथराव और हमला कर दिया. पुलिस द्वारा भी ग्रामीणों पर आंसू गैस के गले दागे. हालांकि हताहत कोई नहीं हुआ है. विद्युत निगम ने पुलिस के सहयोग से एक दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर को जब्त किया है. विद्युत निगम की 2 करोड़ से अधिक की राशि ग्रामीणों पर बकाया चली आ रही थी.

4 साल से बकाया है बिल

बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अनुराग मित्तल ने बताया कि मनिया क्षेत्र के बड़ागांव एवं सिंगरौली में गॉव वालों पर बिजली विभाग का दो करोड़ से अधिक का बिल बकाया है. पिछले 4 साल से बिजली विभाग के अधिकारी बिजली के बिल को वसूलने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन ग्रामीणों द्वारा बिजली बिल जमा नहीं कराया जा रहा था. यहां तक की बिजली विभाग ने ग्रामीणों को नोटिस जारी कर हिदायत भी दी थी. लेकिन ग्रामीणों ने राशि को जमा नहीं कराया. इसमें जो डिफाल्टर उपभोक्ता हैं उनमें घरेलू एवं खेती के भी शामिल है. बुधवार को सैपऊ सीओ आनंद कुमार राव एवं मनिया सीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में डिस्कॉम के आला अधिकारियों को साथ लेकर कार्रवाई को अंजाम दिया है. कार्रवाई के दौरान डिस्कॉम एवं पुलिस ने एक दर्जन से अधिक बिजली के ट्रांसफार्मर को जब्त किया है.

पुलिस और डिस्कॉम के अधिकारियों पर पथराव

बड़गांव में ट्रांसफार्मरों को जप्त कर पुलिस और डिस्कॉम की टीम दूसरे गांव सिंगरौली पहुंच गई. सिंगरौली गांव के ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर उतारने का विरोध किया. इसी दौरान पुलिस और ग्रामीणों में विरोध पैदा हो गया और ग्रामीणों ने लामबंद होकर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. करीब आधा घंटा तक ग्रामीण और पुलिस आमने-सामने हो गए. पुलिस द्वारा भी ग्रामीणों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए. भारी पुलिस बल होने की वजह से ग्रामीण भाग गए. मौके से कुछ ग्रामीणों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.

नेताओं के प्रभाव ने बिल को किया फेल

बड़ागांव एवं सिंगरौली के ग्रामीणों पर करीब 4 साल से बिजली विभाग का दो करोड़ से अधिक का भारी भरकम बिजली बिल बकाया है. बिजली विभाग ने अनेकों बार बकाया बिजली बिल जमा कराने के लिए पूर्व में भी प्रयास किए गए थे. लेकिन राजनीति एवं स्थानीय नेताओं के दखल की वजह से डिफाल्टर उपभोक्ता बिल जमा नहीं करा रहे थे और सियासी प्रभाव की वजह से हर बार डिस्कॉम के अधिकारियों को निराशा हाथ लगती थी.



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